15 दिन से नहीं बंटा पोषण, 3 हजार आंगनबाड़ियों के नहीं खुले दरवाजे

3 thousand Anganwadi workers on strike in Chhindwara for 15 days
15 दिन से नहीं बंटा पोषण, 3 हजार आंगनबाड़ियों के नहीं खुले दरवाजे
15 दिन से नहीं बंटा पोषण, 3 हजार आंगनबाड़ियों के नहीं खुले दरवाजे

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की हड़ताल ने आधा दर्जन सरकारी योजनाओं को ठप कर दिया है। 15 पंद्रह दिनों से न तो पोषण आहार का वितरण हुआ और न ही आंगनबाडिय़ों के पट खुले। व्यवस्था बनाने में अधिकारियों को भी अब पसीना छूटने लगा है। 3 हजार आंगनबाडिय़ों का संचालन कैसे फिर से पटरी पर ला सकें। इसके लिए छिंदवाड़ा से लेकर भोपाल तक मंथन चल रहा है।
    नियमितिकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं हड़ताल कर रही है। इस हड़ताल के चलते आंगनबाड़ी और कार्यकर्ताओं के भरोसे संचालित योजनाओं की हालत पतली है। जिले में संचालित 3057 आंगनबाडिय़ों में तकरीबन 85 हजार बच्चे दर्ज है। 15 दिनों से एक भी आंगनबाड़ी के दरवाजे नहीं खुले हैं हालत ये है कि अफसरों को भी अब समझ नहीं आ रहा है कि इस हड़ताल को खत्म करने के लिए क्या किया जा सकता है।
अल्टीमेटम का असर नहीं
पिछले दिनों शासन ने अल्टीमेटम देते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल को अवैध करार दे दिया था।  वहीं अधिकारियों को कहा गया था कि वे कार्रवाई करते हुए सभी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के वेतन में कटौती करें।
6 हजार कार्यकर्ता-सहायिका को जारी होगा नोटिस
शासन के आदेश के बाद अधिकारियों ने 6 हजार कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली है। जिले में 3007 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और तकरीबन 3 हजार सहायिकाएं कार्यरत है। जिन्हे नोटिस जारी कर काम में वापस आने का अल्टीमेटम दिया जा रहा है। ये सभी नोटिस परियोजना अधिकारियों के माध्यम से वितरित किए जाने हैं।
ये योजनाएं हो रही प्रभावित
- आंगनबाडिय़ो के माध्यम से कुपोषित बच्चों को बंटने वाला पोषण आहार वितरण बंद हो गया है।
- हर आंगनबाड़ी में मंगल दिवस के कार्यक्रम प्रसूता महिलाओं के लिए किए जाते हैं वे बंद है।
- बच्चों को आंगनबाड़ी के माध्यम से किए जाने वाले टीकाकरण कार्यक्रम बंद हो चुके हैं।
- शाला पूर्व बच्चों को दी जाने वाले अनौपाचारिक शिक्षा भी ठप पड़ी है।
- शासन द्वारा चलाए जाने वाले पोषण स्वास्थ्य शिक्षा मिशन के कार्यक्रमों का भी संचालन ठप हो गया है।
इनका कहना है...
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को काम में वापस आने के लिए धमकाया जा रहा है। जिसका हम आज विरोध करते हुए अधिकारियों के खिलाफ ज्ञापन सौपेंंगे। हड़ताल किसी भी परिस्थिति में वापस नहीं होगी।
ममता राय अध्यक्ष, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ
- हड़ताल को लेकर समंवय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। कोशिश है कि कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं फिर से हड़ताल को बंद करके काम में वापस आ जाए।
एमएल मेहरा डीपीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग

 

Created On :   22 Nov 2017 7:46 AM GMT

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