बेलगाम रफ्तार 3 माह में 317 भीषण दुर्घटनाएं, 93 ने गंवाई जान

317 horrific accidents in 3 months at unbridled speed, 93 lost their lives
बेलगाम रफ्तार 3 माह में 317 भीषण दुर्घटनाएं, 93 ने गंवाई जान
हर रोज तीन से अधिक दुर्घटनाओं में एक की मौत बेलगाम रफ्तार 3 माह में 317 भीषण दुर्घटनाएं, 93 ने गंवाई जान

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। वाहनों की बेलगाम रफ्तार ने सडक़ दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ाया है। जनवरी से मार्च माह तक जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 317 भीषण दुर्घटनाएं सामने आई है। यह आंकड़ा साल 2021 से थोड़ा कम जरुर है, लेकिन इन हादसों में 93 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 324 लोगों को गंभीर चोटें आई है। आंकड़ों के आधार पर औसतन हर दिन तीन सडक़ दुर्घटनाएं हुई है। पुलिस की जांच में अधिकांश सडक़ हादसों की मुख्य वजह यातायात नियमों की अवहेलना, वाहनों की बेलगाम रफ्तार या चालक का नशे में होना पाया गया है।

बाइपास पर सर्वाधिक सडक़ हादसें-

शहर के चारों ओर से निकली बाइपास पर अधिकांश सडक़ हादसे सामने आए है। लिंगा बाइपास से नागपुर मार्ग, नरसिंहपुर, सिवनी बाइपास पर भागते तेज रफ्तार वाहनों ने कई लोगों को रौंदा है। अधिकांश सडक़ दुर्घटनाएं गांव को बाइपास मुख्य मार्ग से जोडऩे वाले मार्ग पर हुए है।

ब्लैक स्पॉट में सुधार की जरुरत-

जिले में चिन्हित 17 ब्लैक स्पॉट और 35 संवेदनशील मार्ग है। यहां अक्सर सडक़ हादसे होते है। यातायात विभाग और सडक़ एजेंसियों द्वारा शहर समेत जिले के चिन्हित ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों पर वाहनों की रफ्तार कम करने उपाए किए है। इसके बाद भी दुर्घटनाओं का ग्राफ नहीं थमा है, यहां तकनीकि सुधार की आवश्यकता है

सडक़ दुर्घटनाएं एक नजर मे

माह दुर्घटनाएं घायल मृतक

जनवरी से मार्च
2022,317,324,93 

सुदेश सिंह, (डीएसप यातायात) का कहना है कि वाहनों की रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी दुर्घटनाओं की मुख्य वजह है। ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों पर वाहनों की स्पीड कम करने व्यवस्थाएं बनाई गई है। जिससे कई स्थानों पर दुर्घटनाएं कम हुई है। 

Created On :   14 May 2022 5:18 PM IST

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