- यूपी: पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी की तैयारी, 28 जनवरी से गांव-गांव करेगी चौपाल
- यूपी: नई आबकारी नीति 1 अप्रैल से होगी लागू, घर में रख सकेंगे शराब की 12 बोतल
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हिमाचल प्रदेश के निवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी
- जयपुर: किसानों के समर्थन में आज ट्रैक्टर रैली, शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि के बाद दिल्ली कूच
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस: पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव आयोग के योगदान की तारीफ की
पोल्यूशन के कारण 3,622 करोड़ की हानि, स्वास्थ्य पर सबसे अधिक बुरा असर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में बढ़ते वायु पोल्यूशन के कारण मानव स्वास्थ्य पर हो रहे दुष्प्रभावों का आकलन किया जाए तो वर्ष 2016 में पीएम 10 के कारण 3,622 करोड़ रुपए की हानि हुई। इसमें वायु पोल्यूशन के कारण श्वसन संबंधी बीमारियों से मौत, बीमारी और अक्षमता के कारण होने वाले नुकसान को शामिल किया गया है। हालांकि इसके अलावा पीएम-2 सहित कई अन्य प्रदूषकों के कारण भी हानि हो रही है और वायु प्रदूषण के अलावा जल प्रदूूषण, ध्वनि प्रदूषण सहित सभी प्रकार के प्रदूषण से इस तरह का नुकसान पहुंच रहा है। स्पष्ट है कि यह नुकसान, दिए गए आंकड़ों से काफी ज्यादा है। इसके साथ ही नाग नदी विभिन्न प्रकार के प्रदूषकों के उपचार पर वर्ष 2016 में कुल 11,531 लाख रुपए की लागत आई। यह खुलासा नागपुर के एनवायरमेंट स्टेटस रिपोर्ट 2018-19 में हुआ है।
नीरी की ओर से रिपोर्ट मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर को सौंपी गई। इस दौरान नीरी की रिसर्च सेल के प्रमुख व सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट आत्या कापले ने रिपोर्ट के सभी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। यह रिपोर्ट आत्या कापले के नेतृत्व में रीता धोडापकर, हेमंत भेरवानी, अमिता बाफना, वीजी जार्ज, रितेश विजय, सुनील कुमार, आशिफ कुरैशी, शालिनी ध्यानी, श्रद्धा कोसनकर, संगीता गोयल, लीना देशपांडे, सुलभा लामा, आशा चेल्लानी, स्वर्णा देवी व लाल सिंह ने तैयार की है।
वायु प्रदूषण के कई तरह के दुष्प्रभाव होते हैं। इनमें मानव स्वास्थ्य पर असर के कारण मृत्यु दर और अस्वस्थता में वृद्धि हो रही है। असमय मौत से मानव संसाधन काे नुकसान पहुंचता है और बीमारी के कारण मानव संसाधन के साथ-साथ उपचार का खर्च भी शामिल हो जाता है। वायु प्रदूषण के कारण दृश्यता की कमी के कारण यातायात की सुगमता प्रभावित होती है और दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। वातावरण में उपस्थित खतरनाक रसायनों के कारण फसलों की उपज पर भी प्रभाव पड़ता है। एसिड रेन का प्रभाव फसल के साथ-साथ जंगलों पर भी पड़ता है।
सुझावों के आधार पर बनाई जाएगी कार्य योजना
रिपोर्ट में शामिल सभी मुद्दों पर काम करने के लिए योजना तैयार की जाएगी। पर्यावरण सीधे-सीधे लाेगों के जीवन के गुणवत्ता से जुड़ा हुआ है। नीरी की ओर से दिए गए कई सुझाव बेहतरीन हैं। उन पर तत्काल कार्य शुरू किया जा सकता है। भांडेवाड़ी में बफर जोन बनाने, शहर के पार्कों को ग्रीन एरिया से जोड़ना, पेड़ों की गणना जल्द से जल्द करवाई जाएगी। - अभिजीत बांगर, मनपा आयुक्त
एक नजर में रिपोर्ट
- पिछले 148 वर्षों में नागपुर के तापमान में 0.7 डिग्री संेटीग्रेट की वृद्धि दर्ज हुई है।
- शहर में बढ़ते शहरीकरण और ग्रीन कवर में कमी के कारण तापमान को सोखने वाले क्षेत्र में भारी कमी आ चुकी है।
- वर्षा के पैटर्न में भी बदलाव आ गया है। जुलाई और सितंबर माह में वर्षा में कमी और जून और अगस्त में वृद्धि हुई है। कम समय में अधिक बारिश के कारण जल बहाव ज्यादा और अवशोषण में कमी आ गई है।
- रिमोट सेंसिंग से प्राप्त चित्रों से साफ है कि खुले ग्रीन स्पेस और ब्ल्यू स्पेस में कमी आई है। ग्रीन जंगल और ब्ल्यू जलस्रोतों को बताते हैं। अर्बन जंगल, संस्थाओं के ग्रीन स्पेस, पार्क, खेल के मैदान व अन्य मैदान तेजी से सिकुड़ रहे हैं।
- निर्माण कार्यों के कारण नाग नदी और पीली नदी के ड्रेनेज बेसिन पर भारी दबाव पड़ता है।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।