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महाराष्ट्र : BPCL रिफाइनरी में भयानक विस्फोट, 41 घायल, 2 की हालत गंभीर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। चेंबूर के माहुल इलाके में स्थित भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (बीपीसीएल) में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। बुधवार दोपहर तीन बजे के करीब हाइड्रो क्रैकर यूनिट के कंप्रेशर शेड में हुए धमाके के चलते यह हादसा हुआ। दुर्घटना में यहां काम करने वाले 41 कर्मचारी जख्मी हो गए जिनमें से 19 को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
बीपीसीएल के मुख्यजनसंपर्क अधिकारी सुंदरराजन ने बताया कि घायलों में से 22 लोगों को बीपीसीएल मेडिकल सेंटर में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। जबकि 19 घायलों को चेंबूर स्थित सुश्रुत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। माहुल इलाके में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन की रिफाइनरी है। कच्चे तेल को साफ कर यहां पेट्रोल और डीजल बनाया जाता है जो देशभर में भेजा जाता है। गवाड गांव परिसर में स्थित तेल शुद्धिकरण यूनिट में एक टैंक में अचानक विस्फोट हुआ और आग लग गई।
जिस टैंक में विस्फोट हुआ उसमें हाइड्रोकार्बन भरा हुआ था। कच्चा तेल साफ करने के लिए 72 टन हाइड्रोकार्बन का इस्तेमाल किया जाता है। विस्फोट इतना भयानक था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। विस्फोट के चलते आसपास के लोगों को भूकंप जैसा महसूस हुआ। आग की उठ रहीं ऊंची-ऊंची लपटों के साथ निकल रहा धुआं पूरे इलाके में फैल गया। सूचना मिलने के बाद दमकल की दर्जनों गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गई। खबर लिखे जाने तक कूलिंग की प्रक्रिया जारी थी।
अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा के लिहाज से आसपास स्थित सभी प्लांट बंद कर दिए गए हैं। हाइड्रोकार्बन खत्म होने के बाद ही आग बुझेगी। मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस पूरी मामले की जांच की मांग की है। बता दें कि चेंबूर-माहुल रोड स्थित बीपीसीएल रिफाइनरी देश की दूसरी सबसे बड़ी रिफाइनरी है। इसकी वार्षिक क्षमता 13 टीएमटी है। यहां तीन हजार कर्मचारी काम करते हैं।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।