अंबाझरी की 44 एकड़ जगह पर्यटन क्षेत्र घोषित, आंबेडकर स्मारक का उल्लेख नहीं होने से दलित संगठनों में असंतोष 

44 acres of Ambazari declared tourist area
अंबाझरी की 44 एकड़ जगह पर्यटन क्षेत्र घोषित, आंबेडकर स्मारक का उल्लेख नहीं होने से दलित संगठनों में असंतोष 
नागपुर अंबाझरी की 44 एकड़ जगह पर्यटन क्षेत्र घोषित, आंबेडकर स्मारक का उल्लेख नहीं होने से दलित संगठनों में असंतोष 

डिजिटल डेस्क, नागपुर. अंबाझरी उद्यान स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर सांस्कृतिक भवन को तोड़े जाने के बाद मामला शांत भी नहीं हुआ था कि सरकार ने आग में घी डालने का काम किया है। हाल में सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में उक्त 44 एकड़ जगह को पर्यटन क्षेत्र के रूप में घोषित किया, लेकिन उसमें कहीं भी डॉ. आंबेडकर स्मारक या सांस्कृतिक भवन का कोई उल्लेख नहीं किया। इसे लेकर आंबेडकर संगठनों ने आपत्ति जताते हुए इसका विरोध किया। अधिसूचना को लेकर गुरुवार को रविवार को आंबेडकर आंदोलन से जुड़े लोगों की बैठक हुई, जिसमें इसका तीव्र विरोध करने का निर्णय लिया गया। बैठक में डॉ. धनराज डहाट, किशोर गजभिये, िसद्धार्थ उके, अभय वासे, विवेक निकोसे, संदीप सहारे, सुखदेव गडपायले आदि उपस्थित थे। बैठक में इस जगह पर आंबेडकर स्मृति सभागृह व उद्यान बनाने की मांग सरकार से की गई। संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के सम्मान में सरकार ने अंबाझरी तालाब से लगी 44 एकड़ जगह स्मारक व गार्डन बनाने के लिए आवंटित की थी। मनपा ने इस जगह पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर सांस्कृतिक भवन बनाया था, लेकिन मनपा ने डॉ. आंबेडकर स्मारक व उद्यान की जगह निजी विकासक द्वारा पर्यटन विकास के नाम पर जगह सरकार को वापस कर दी। इसके बाद महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल ने यह जमीन मेसर्स गरुडा एम्युजमेंट पार्क नागपुर प्रा. लि. को 99 साल की लीज पर दी। इसके खिलाफ नागपुर में अनेक आंदोलन हुए। प्रस्तावित प्रकल्प का विरोध किया गया। सरकार ने आश्वासन दिया था कि आंबेडकर स्मारक वहीं रहेगा। लेकिन हाल में जारी अधिसूचना में संपूर्ण जगह पर्यटन क्षेत्र के रूप में घोषित करने से संगठनों ने रोष जताया है। 

Created On :   25 Sept 2022 6:28 PM IST

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