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लाखों का सोना चुराने वाला आरोपी 5 साल बाद गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पंजाब के अमृतसर के दो भाई 5 साल पहले नागपुर में सोना-चांदी के गहने बेचने आए थे और इतवारी के जैन धर्मशाला में रुके थे, जहां से 1 किलो 900 ग्राम सोने के गहने में से 750 ग्राम सोना चोरी हो गया था। इसकी कीमत करीब 20 लाख 52 हजार रुपए थी। इस घटना के करीब 5 साल बाद पुलिस ने एक आराेपी रोहित बलिराम बोकडे को गिरफ़्तार किया है। व्यापारी भाइयों ने इस मामले को लेकर अदालत में गुहार लगाई थी, तब जाकर लकड़गंज पुलिस ने दो मुख्य आरोपी और उसके एक साथी सहित तीन लोगों पर मामला दर्ज किया था। पुलिस के अनुसार 96 दयानंद नगर, लॉरेंस रोड कस्टम कॉलोनी, अमृतसर, पंजाब निवासी सर्राफा व्यापारी रमन रोशनलाल कक्कड़ (59) अपने छोटे भाई सुरेश कक्कड़ के साथ 12 जुलाई 2014 को नागपुर आए थे। वे अमृतसर से 1 किलो 900 ग्राम सोने के गहने बेचने आए थे और जैन धर्मशाला, रेशमओली, इतवारी में रुके थे। 12 से 18 जुलाई के बीच दोनों ने कुछ गहने नागपुर और आसपास के जिलों में बेचे। बचे हुए 750 ग्राम सोना जिसकी कीमत करीब 20 लाख 52 हजार थी उसे धर्मशाला की अलमारी में सूटकेस के अंदर रख दिया। रमन का भाई मुंबई चला गया और रमन गोंदिया चला गया। गोंदिया जाते समय रमन ने कमरे में खुद का ताला लगाया था।
शाम को रमन गोंदिया से वापस आया तो उसे कमरे का ताला टूटा नजर आया और अलमारी में रखी सूटकेस खुली हुई थी। गहने गायब थे। उन्होंने धर्मशाला में पूछताछ की, लेकिन संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तब रमन ने कथित आरोपी रोहित बलिराम बोकडे (27) लालगंज नागपुर, तानाजी मोरे व अन्य आरोपियों के खिलाफ 22 जुलाई 2014 को शिकायत की। यह शिकायत अदालत के आदेश पर पुलिस ने दर्ज की। मामला पुलिस ने जांच में रख दिया। रमन ने इस मामले की गुहार नागपुर की अदालत में लगाई तब अदालत के आदेश पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर रमन को लकड़गंज पुलिस ने दोबारा बुलाया और शिकायत दर्ज की। करीब 5 साल बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी रोहित बलिराम बोकडे को गिरफ़्तार किया है। आरोपी बोकडे सराफा कारोबार से जुड़ा होने के कारण पुलिस टालमटोल रवैया अपना रही थी। इस प्रकरण में फरार अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुट गई है। पुलिस का कहना है कि एक आरोपी पुलिस के हाथ लग चुका है। बाकी आरोपी भी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
अपनों ने ही लाखों लूट लिए
उधर वेकोलि में नौकरी लगा देने का झांसा देकर एक बेरोजगार को रिश्तेदारों ने लाखों रुपए से ठग लिया। मुदलियार ले-आउट निवासी पीड़ित राहुल मधुकर रहाटे (31) है, जबकि आरोपी उसी के रिश्तेदार कांता श्रावण माकडे, संदीप श्रावन माकड़े (दोनों मंगलवारीपेठ, उमरेड निवासी), संतोष कुमार ओंकारनाथ शाहू (42), अमरदीप रामराज पासवान (54) दोनों वेकोली कालोनी, उमरेड और नितीन दामोधर दारुणकर, कैलाश अपार्टमेंट, हुड़केश्वर निवासी हैं। यह सभी लोग पीड़ित राहुल के रिश्तेदार हैं। कांता समेत इन सभी लोगों ने राहुल को वेकोली में नौकरी लगा देने का झांसा दिया था। करीबी रिश्तेदार होने से राहुल ने विश्वास कर लिया। नौकरी लगा देने के नाम पर राहुल से करीब 20 लाख की मांग की गई। राहुल ने 5 लाख रुपए दिए। बाकी नौकरी मिलने के बाद देना तय हुआ। वाकया 26 अक्टूबर से 21 दिसंबर 2018 के बीच की है। नौकरी नहीं मिलने से राहुल ने रुपए वापस मांगे। टालमटोल रवैया होने से पुलिस में शिकायत की धमकी दी। यह सुन आरोपियों ने राहुल की मां को धमकाया और उससे 100 रुपए के स्टैंप पेपर पर जबरन यह लिखवाया कि जो रकम उन्होंने ली है, वह उधारी के तौर पर ली है। उस समय 2 लाख 80 हजार रुपए वापस किए, जबकि 2 लाख रुपए का चेक दिया। वह चेक भी बाउंस हो गया है। प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है।
Created On :   24 March 2019 4:30 PM IST