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जमाने बाद किसी अपराधी के नाम 50 हजार का इनाम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर पुलिस आयुक्तालय की ओर से शहर के एक इनामी अपराधी के बारे में सूचना देने वाले को 50 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। इस अपराधी का नाम निशेद महादेव वासनिक बताया गया है। इस अपराधी पर नागपुर शहर और ग्रामीण क्षेत्र के थाने में मामले दर्ज हैं, जिसमें नंदनवन, कामठी, राणा प्रताप नगर, कन्हान, यशोधरानगर आदि थाने शामिल हैं। पुलिस विभाग की ओर से एक लंबे अंतराल के बाद पहली बार किसी अपराधी को पकड़ने के लिए इतनी बड़ी रकम इनाम में देने की घोषणा की गई है। वर्ष 2013 से वर्ष 2018 के दरमियान शहर और ग्रामीण क्षेत्र की पुलिस की नाक में दम करने वाले अपराधी निशेद वासनिक को पकड़ने के िलए शहर पुलिस आयुक्तालय की ओर से 50 हजार रुपए के पुरस्कार की घोषणा की गई है। नागरिकों से इस अपराधी को पकड़वाने में मदद मांगी गई है। धारा 3 एम.पी.आई.डी. की कार्रवाई करने के लिए पुलिस विभाग को उसकी तलाश है। इस शातिर अपराधी के बारे में आर्थिक अपराध शाखा पुलिस विभाग के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संतोष बकाल को सूचना दे सकते हैं। इस अपराधी के बारे में गुप्त सूचना देनेवाले के बारे में सारी जानकारी पुलिस गुप्त रखेगी।
जानें...कौन है निशेद वासनिक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, निशेद पर हत्या, धोखाधड़ी सहित कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह कई मामले में फरार है।
निशेद ने फरारी के समय माधव पवार नामक व्यक्ति की हत्या की। अपने साथी गजानन मुंगने के साथ मिलकर पहले उसका अपहरण किया और फिर वाशिम में ले जाकर गोलियों से भून डाला।
निशेद इथेरियम ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगा चुका है। इस मामले में निशेद और उसके गिरोह पर धोखाधड़ी का मामला यशोधरानगर थाने में अप्रैल 2021 में दर्ज हुआ है।
निशेद और उसकी गैंग ने कारोबारी नीलेश मोहाडीकर को करीब 49 लाख का चूना लगाया। इसके बाद मोहाडीकर सहित अन्य निवेशकों को यह रकम 85 लाख से अधिक का चूना लगा चुका है। कुछ मामले में निशेद की पत्नी प्रगति दोस्त गजानन मुंगने, संदेश लांजेवार सहित कई अपराधी हैं, जो ठगी के मामले में जिम्मेदार है।
इसके इसके पहले कन्हान में वर्ष 2018 में विनोद सोमकुंवर नामक व्यक्ति की वह हत्या कर चुका है। इसने ढाबा संचालक विनोद सोमकुंवर की हत्या अपने दोस्त सोनू उर्फ बाबा उर्फ रामू वनवे और नितीन देशमुख के साथ मिलकर किया था।
ऐसे डुबोया निवेशकों को
सूत्रों के अनुसार, इथेरियम में ट्रेड करने का लालच देकर उसने इथर ट्रेड एशिया के माध्यम से सैकड़ों निवेशकों का करोड़ों रुपए डुबा चुका है। इस मामले में वह अब भी फरार है। निशेद ने अपनी कंपनी के जरिए ट्रेड करने का झांसा दिया। हर दिन 1 प्रतिशत लाभ देने का लालच देकर पैसा जमा करवाया। सबसे बड़ी बात यह कि इथर ट्रेड एशिया की वेबसाइट पर ही राशि दिखती थी, लेकिन असल में इथेरियम खरीदा भी गया या नहीं, यह नहीं दिखता था।
जेल से बाहर आते ही राजनीति
सूत्रों के अनुसार, निशेद के फरार होने से पहले किसी ने उसके बारे में जांच-पड़ताल करने की कोशिश नहीं की। पैसे के लालच में लोग रकम निवेश करते गए। सबसे पहले टीवीआई मल्टीलेवल मार्केटिंग के जरिए उसने बड़ी रकम की हेराफेरी की। वर्ष 2017 में फ्यूचर बिट नामक मलेशियन कंपनी से जुड़ा। उस समय भी उसने करीब 2 से ढाई हजार बिट क्वाइन का गबन किया था। 11 मई 2018 को परिवार के साथ अंदमान भागते समय पुलिस ने उसे नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। उसे बेल भी मिल गई थी और जेल से बाहर आते ही राजनीति शुरू कर दी। निशेद वासनिक मूलत: कन्हान के गोंडेगांव का रहने वाला है। वहीं रहने वाले विनोद उर्फ भांजा सोमकुंवर से उसकी अच्छी दोस्ती थी। साथ मिलकर निशेद ने अपनी बहन और विनोद को चुनाव लड़वाया। बहन के बजाय विनोद को उप सरपंच बनवाया। निशेद को शक था कि विनोद ने ही उसकी टिप पुलिस को दी है। इसीलिए 29 जून 2018 को उसने अपने साथी नितीन देशमुख के साथ मिलकर विनोद की हत्या कर दी।
कार तक दिया था गिफ्ट
निवेशकों की रकम से निशेद ने करीबियों को भेंट में कार, आईफोन, लैपटॉप और महंगी वस्तुएं दी थी, ताकि लोगों का विश्वास बना रहे। सभी टीम लीडर को मुंबई ले गया। ताज होटल में 3 दिन पार्टी चली और लाखों रुपए खर्च हुए। यहीं पर पूरे घोटाले की प्लानिंग की गई थी।
Created On :   5 Dec 2021 3:36 PM IST