CCTV कैमरे ट्रायल रन में ही फेल, 520 करोड़ की स्मार्ट सिटी योजना की खुली पोल

520 crore CCTV cameras under Smart City scheme have failed in trial run
CCTV कैमरे ट्रायल रन में ही फेल, 520 करोड़ की स्मार्ट सिटी योजना की खुली पोल
CCTV कैमरे ट्रायल रन में ही फेल, 520 करोड़ की स्मार्ट सिटी योजना की खुली पोल

डिजिटल डेस्क,नागपुर। स्मार्ट सिटी योजना के तहत लगे  520 करोड़ की सीसीटीवी कैमरे ट्रायल रन में ही फेल हो गए हैं।इन कैमरों की मदद से आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखना और कैमरे की मदद से आरोपियों को पकड़े जाने का दावा किया जाता रहा है। शनिवार को शहर के विविध पांच स्थानों पर हुई लूटपाट की घटनाओं ने कैमरों की पोल खोल दी है। कैमरे की रिकॉर्डिंग में घटनाक्रम धुंधला नजर आ रहा है। आरोपियों के वाहनों का नंबर और चेहरे पहचानना भी मुश्किल है। यहां गौर करने वाली बात है कि 520 करोड़ की स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत शहर में 3300 कैमरे लगने हैं। मनपा दावा कर रही है कि इसमें से 1500 कैमरे लग चुके हैं, जबकि पुलिस का दावा है कि 2105 कैमरे लगे हैं। इन आंकड़ों से मनपा और पुलिस प्रशासन के बीच ही तालमेल का अभाव दिखाई दे रहा है। दूसरी तरफ कैमरों की धुंधली तस्वीरें अत्याधुनिक कैमरे की बात को भी झूठा साबित कर रही हैं। ऐसे में शहर की सुरक्षा कैसे पुख्ता मानी जा सकती है।

कैमरों से पहचानना कठिन
27 तारीख की देर रात 4 से 5 नकाबपोश लुटेरों ने शहर के जरीपटका, कोतवाली, सदर और गिट्टीखदान थाना क्षेत्र में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया है। इन घटनाओं के दौरान राहगीर यशवंत तायडे, गौरव सावरकर, सैयद अली, अनुज दहाशस्त्रे को चाकू से जख्मी कर उनसे नकदी, मोबाइल और दोपहिया वाहन छीने गए हैं। इन घटनाओं को एक घंटे के भीतर अंजाम दिया गया है। चारों थाना क्षेत्रों में घटनास्थलों पर महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मनपा और पुलिस प्रशासन का दावा है कि कैमरे अत्याधुनिक हैं। इन कैमरों की मदद से अापराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सकता है। कैमरे में आरोपियों के वाहनों का नंबर और चेहरे कैद होने से उनके भविष्य में जल्दी ही पकड़े जाने का दावा किया गया था, मगर इन कैमरों की क्षमता पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। घटनाक्रम कैद हुए हैं, लेकिन फुटेज धुंधला होने के कारण किसी की पहचान नहीं हो पा रही है। 

पुलिस की उम्मीदों पर पानी फिरा
घटना के तत्काल बाद पुलिस ने लुटेरों को पकड़ने के लिए अपने-अपने परिसर के सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू किया। पुलिस की उम्मीदों पर उस समय पानी फिर गया, जब कुछ चौराहों के कैमरे बंद मिले और कुछ कैमरों में तस्वीरें धुंधली रिकॉर्ड हुई हैं। संबंधित अधिकारी ने कैमरों को लेकर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार किया है। 

Created On :   29 Jan 2018 12:39 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story