छापे में पाए गए 6 पोकलेंड और 12 बोट, रिकार्ड में दिखाई गई सिर्फ दो बोट

6 Pokland and 12 boats were found in the raid, only two boats shown in the record
छापे में पाए गए 6 पोकलेंड और 12 बोट, रिकार्ड में दिखाई गई सिर्फ दो बोट
वर्धा छापे में पाए गए 6 पोकलेंड और 12 बोट, रिकार्ड में दिखाई गई सिर्फ दो बोट

डिजिटल डेस्क, वर्धा। जिले में रेती तस्करी का गोरखधंधा जोरों पर शुरू है। जिले के हिंगणघाट  तहसील  के खारडी-भारड़ी रेत घाट पर जिला खनिकर्म विभाग का दल, हिंगणघाट के तहसीलदार ने शुक्रवार को छापा मारने का रिकार्ड दिखाया था। मगर इस रेत घाट पर अधिकारियांे को 6 पोकलैंड  व 12 से 15 बोट मौके पर दिखाई देने के बावजूद मगर इन अधिकारियों ने घटनास्थल पर लेन-देन कर सिर्फ 2 बोट की जब्ती बतायी गयी। इस प्रकार से जिला प्रशासन, राजस्व अधिकारी रेत माफिया को संरक्षण दे रहे हंै। जिले के हिंगणघाट तहसील के खारडी- भारडी रेती घाट पर अधिकारियों ने शुक्रवार को छापा मारा। तब नदी से 5 से 6 पोकलेंड से रेत निकाली जा रही थी तथा 12 से 15  बोट से भी रेत निकालने का काम चल रहा था। मगर छापा मारने वाले जिला खनिकर्म अधिकारी डाॅ. अतुल दौड व हिंगणघाट के तहसीलदार सतीश म्हसाड के दल ने मौके पर सेटिंग की। रेती घाट पर अभी भी पौकलैंड मशीन से रेत निकाली जा रही है। खारडी-भारडी रेती घाट का ठेका लेने वाले हिंगणघाट के भाजपा के पूर्व पार्षद अंकुश ठाकुर के राजनीतिक दबाव में छापा मारने वाले अधिकारियों से लेन-देन करने का आरोप है। अंकुश ठाकुर काे हिंगणघाट के विधायक का आशीर्वाद प्राप्त होने का बताया जा रहा है। रेती घाट में अंकुश ठाकुर के अलावा पुलगांव के सावरकर बंधु सहित 7-8 पार्टनर होने का पता चला है। यह लोग तहसील में एक रेती घाट का अधिकृत ठेका लेते हैं और तहसील में सभी जितने रेती घाट हैं, वहां से बड़ी बड़ी मशिनों व बोट के द्वारा रेती निकाल रहे हैं। जिले के हिंगणघाट तहसील के खारडी-भारडी घाट में अधिकारियों द्वारा छापा मारने का सिर्फ  दिखावा किया गया।  जिससे ऐसा  मालूम होता है कि जिले के सभी 39 रेती घाटों पर रेत माफिया का वर्चस्व है और जिला प्रशासन के अधिकारियों का समर्थन प्राप्त है।

अधिकारियों ने बडी मशीनो की जब्ती नही करने से लाखो का राजस्व का नुकसान

खारडी-भारडी रेत घाट में 5-6 पौकलैंड मशिनें थी। अगर इन मशिनो की जब्ती की जाती तो प्रत्येकी पोकलैंड को साढे़ 7 लाख रुपए दंड वसूली की जाती है। उसी तरह 10-12 बोट को जब्ती में दिखाए रहते तो दंड वसूली की जाती। पौकलैंड मशिनों व बोट को मिलाकर 60 से 70 लाख रुपए की जुर्माने कीराशि का राजस्व डूब गया।

मोबाइल पर अधिकारियों का ‘नो रिस्पाॅन्स’

जिला खनिकर्म अधिकारी डॉ. अतुल दौड से मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, मगर उन्होंने ने रिसीव नहीं किया। हिंगणघाट के तहसीलदार सतीश म्हसाड को कॉल करने पर उन्होंने भी कॉल रिसीव नहीं किया। 

खनिकर्म अधिकारी व तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग 

जिले में 39 रेती घाटों के सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। शुक्रवार को जिला खनिकर्म अधिकारी व हिंगणघाट के तहसीलदार ने कार्रवाई के नाम पर सिर्फ तीन ट्रक की रेती व दो बोट दिखाया। बड़ी-बड़ी मशिनों व बोट की जब्ती नहीं दिखायी। इसके लिए जिला खनिकर्म अधिकारी व हिंगणघाट के तहसीलदार जिम्मेदार हैं। जिलाधिकारी ने दोनों अधिकारियों पर कारवाई करने की मांग हो रही है।
 

Created On :   2 May 2022 6:13 PM IST

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