अबतक 66 बाघ की हुई मौत, महाराष्ट्र में आंकड़ा सबसे ज्यादा

66 tiger deaths so far, highest in Maharashtra
अबतक 66 बाघ की हुई मौत, महाराष्ट्र में आंकड़ा सबसे ज्यादा
अबतक 66 बाघ की हुई मौत, महाराष्ट्र में आंकड़ा सबसे ज्यादा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में बाघों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वर्ष 2016 से अब तक छह वर्षों में 607 बाघों की मृत्यु हुई है। वर्ष 2021 में अब तक (साढ़े चार माह में) 66 बाघ मौत की नींद सो चुके है। विशेष यह कि इस वर्ष बाघों की मौत मामले में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है।यह जानकारी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने समाजसेवी व अधिवक्ता रंजन तोमर की ओर से लगाई एक आरटीआई के जवाब में दी है। इनमें से कुछ बाघों की मौत प्राकृतिक रूप से हुई है तो कुछ शिकारियों के भेंट चढ़े। कुछ आपसी लड़ाई या दुर्घटना में मारे गए। प्राधिकरण के मुताबिक इस साल (17 मई तक) 66 बाघ मारे जा चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 25 बाघों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। दूसरे नंबर पर नागालैंड है जहां विगत साढ़े चार माह में 17 बाघ मारे गए हैं। इस दौरान मध्यप्रदेश में महज तीन बाघों की मौत हुई है। 

6 साल में मप्र में मरे 147 बाघ

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अधिकारी गोपाल प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2016 से अब तक कुल 120 बाघों का शिकार हुआ है, जबकि 150 बाघों की मृत्यु के कारणों की जांच चल रही है। वर्ष 2016 से 2021 तक का राज्यवार आंकड़ा देखें तो पिछले छह वर्ष के दौरान मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा 147 बाघों की मौत हुई है। इसी दौरान महाराष्ट्र में 92, कर्नाटक में 72, उत्तराखंड में 50, उत्तरप्रदेश में 31 और दिल्ली में 2 बाघों की जान गई। 

बाघों की वर्षवार मौत

वर्ष – बाघों की मौत
2016 - 121 
2017 - 117 
2018 - 101 
2019 - 96 
2020 - 106
2021 (अब तक) - 66

Created On :   19 May 2021 4:22 PM GMT

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