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ओलावृष्टि की मार नहीं झेल पाया बेबस किसान, कर्ज से परेशान होकर दे दी जान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। काटोल में एक किसान ओलावृष्टि की मार नहीं झेल पाया। नुकसान से परेशान इसापुर-खुर्द निवासी किसान प्रह्लाद मधुकर धोटे, उम्र 47 साल ने जहर पी कर आत्महत्या कर ली। मामला शनिवार रात 9 बजे का है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, किसान प्रह्लाद की आत्महत्या के पीछे ओलावृष्टि से हुए नुकसान को वजह बताया गया है। पुलिस पाटील ने काटोल पुलिस को इसकी जानकारी दी। काटोल में ठिया आंदोलन पर बैठे विधायक डॉ. आशीष देशमुख, कृषि उपज बाजार समिति के सभापति संदीप सरोदे, पीआई सतीशसिंह राजपूत भी जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे। किसान को तुरंत काटोल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्रह्लाद को मृत घोषित कर दिया।
आर्थिक स्थिति खराब होने से पी ली जहरीली दवा
प्रह्लाद पर 2 लाख रुपए का बैंक ऑफ इंडिया झिलपा शाखा का कर्ज था। कर्ज लेकर ही खेत में फसल लगाई थी। परिवार में पत्नी सहित चार पुत्रियां हैं। एक पुत्री का विवाह हो चुका है। शेष लड़कियों का विवाह होना बाकी है। किसान की पत्नी ने बताया कि इसे लेकर वह चिंता में थे। इस बीच, फसल नुकसान ने और चिंता में डाल दिया। विधायक आशीष देशमुख ने परिजनों को सांत्वना दी। काटोल पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है। पीआई सतीश सिंह राजपूत जांच कर रहे हैं।
भाजपा विधायक आशीष देशमुख का आंदोलन
ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर पिछले सप्ताह भर से काटोल में राजनीति गर्माई है। भाजपा विधायक आशीष देशमुख ठिया आंदोलन पर बैठे। शुक्रवार को ही पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने काटोल में किसानों को संबोधित करते हुए केंद्र व राज्य सरकार को किसानों की स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया था। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख और राकांपा नेता सलील देशमुख ने भी सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया था। सरकार की इससे मुश्किलें भी बढ़ सकती है।
आर्थिक स्थिति खराब थी
आत्महत्या करने वाले किसान की आर्थिक स्थिति खराब थी। उसके पास केवल ढाई एकड़ जमीन थी, जिसमें गेहूं, चना व कपास की फसल लगाई थी। ओलावृष्टि से उक्त फसलें बर्बाद हो गई थी।
Created On :   18 Feb 2018 3:49 PM IST