जिले की पहली नवजात बालिका का आधार पंजीयन

Aadhar registration of first newborn girl of the district
जिले की पहली नवजात बालिका का आधार पंजीयन
पहल जिले की पहली नवजात बालिका का आधार पंजीयन

डिजिटल डेस्क, नागपुर. वर्तमान में आधार कार्ड जीवन का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज माना गया है। आधार कार्ड को भारत का नागरिक होने का परिचय पत्र भी कहा जाता है। आधार कार्ड के बिना कोई सरकारी या गैर-सरकारी काम नहीं होते है। इसलिए सरकार ने आधार कार्ड एट बर्थ यानी जन्मते ही आधार सेवा शुरू की है। नागपुर जिले में इसका शुभारंभ हो चुका है। उमरेड तहसील अंतर्गत बेला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जन्म होते ही एक बालिका के आधार कार्ड  पंजीयन की प्रक्रिया पूरी की गई है। यह जिले का पहला आदर्श उदाहरण बताया गया है।

बेटी का जन्म होते ही मिला प्रमाणपत्र 

उमरेड तहसील के बेला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विकास ढोक के अनुसार 6 अक्टूबर को सालईराणी गांव निवासी वैशाली नरेश वाघाडे नामक महिला की बेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूति हुई। वैशाली ने बेटी को जन्म दिया। जन्म होते माता-पिता ने बेटी का नाम रखा। इसके तुरंत बाद ही डॉ. ढोक ने बेटी का प्रमाण-पत्र तैयार कर दिया। इसके बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर से संपर्क कर उन्हें सारी जानकारी दी। स्वास्थ्य अधिकारी ने बेटी का आधार पंजीयन के लिए समीप के डाकघर से संपर्क किया। डाकघर के भोगे नामक अधिकारी ने शनिवार को आधार पंजीयन टीम को बेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। टीम ने बच्ची का जन्म प्रमाण-पत्र, माता-पिता का आधार कार्ड जांचने के बाद बच्ची का आधार कार्ड पंजीयन प्रक्रिया शुरू की गई। आधार पंजीयन एप में जानकारी भरने के बाद उसका प्रमाणिकीकरण किया गया। बच्ची की माता का अंगूठा लेकर बच्ची का फोटो व डाकघर के कर्मचारी की फोटो लेकर आधार पंजीयन प्रक्रिया पूरी की गई। पंजीयन पूरा होते ही आधार संलग्न मोबाइल पर संदेश प्राप्त हुआ। पंजीयन पूरा होने की एक रसीद वैशाली को सौंपी गई। जल्द ही डाक द्वारा आधार कार्ड मिल जाएगा।

यूआईडीएआई ने दिया है निर्देश : यूआईडीएआई (यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने बच्चों का जन्म होते ही आधार कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध कराने की अनुमति दी है। इसके अंतर्गत बच्चे का जन्म होते ही एक दिन में आधार कार्ड बनाया जा सकता है। इस नियम के लागू होने के बाद किसी भी व्यक्ति को उसके नवजात बच्चे का आधार कार्ड बनाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। यह सुविधा स्वास्थ्य केंद्रों पर ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों को जिला स्वास्थ्य कार्यालय को सूचना देनी होगी। सूचना मिलते ही कार्यालय द्वारा आधार कार्ड बनानेवाली यंत्रणा की मदद से नवजात का आधार पंजीयन किया जाएगा। आधार कार्ड एट बर्थ के संबंध में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सूचना दी गई है। किसी भी प्रसूता को स्वास्थ्य केंद्र से डिस्चार्ज होने से पहले उसके नवजात का आधार पंजीयन करना है। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्र में आनेवाली गर्भवती महिला को उसका या उसके पति का आधार कार्ड व संलग्न मोबाइल क्रमांक लिया जाने वाला है। जन्म के बाद बच्चों का तुरंत आधार पंजीयन किया जाएगा।

Created On :   9 Oct 2022 3:14 PM IST

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