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तंबाकू,गुटखा खाने वाले टीचरों पर रहेगी नजर, गिर सकती है गाज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तंबाकू और गुटखा का शौक रखने वाले टीचर्स के लिए आफत आ सकती है। समय रहते अपनी बुरी आदत नहीं छोड़ी और स्कूल में खाते पकड़ाए तो नौकरी भी जा सकती है । जिला परिषद प्राथमिक शिक्षा विभाग तंबाकू मुक्त स्कूल अभियान चलाने जा रहा है और इसमें सबसे पहले उनके अपने शिक्षकों पर शिकंजा कसा जाएगा।
अभियान में टीचरों और स्टूडेंट्स को तंबाकू सेवन से स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्परिणामों के पाठ पढ़ाए जाएंगे। औचक निरीक्षण कर स्कूलों में तंबाकू, खर्रे का सेवन करने वाले शिक्षकों पर नजर रखी जाएगी। जिला समन्वयक की नियुक्ति कर इसकी जिम्मेदारी उनके कंधे पर सौंपी गई है। निरीक्षण में स्कूलों में तंबाकू, खर्रे का सेवन करते पकड़े जाने वाले शिक्षकों की रिपोर्ट शिक्षाधिकारी को दी जाएगी। शिक्षाधिकारी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
पहले भी चला था निश्चय अभियान
स्कूलों को तंबाकू मुक्त करने के लिए 2012 में तत्कालीन उपाध्यक्ष चंद्रशेखर चिखले के नेतृत्व में निश्चय अभियान चलाया गया था। स्टूडेंट्स को शपथ दिलाकर स्कूल और परिवार को तंबाकू, खर्रे की लत से मुक्त करने के प्रयास किए गए थे। व्यसनाधीन टीचरों पर सख्ती कर सेवन करने वाले शिक्षकों को ताकीद दी गई थी। जिला परिषद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा उपकेंद्रों में भी इस अभियान पर अमल किया गया था। नागपुर जिला परिषद के अभियान को मॉडल के रूप में पेश कर संपूर्ण महाराष्ट्र में चलाया था।
जिप को करेंगे रिपोर्ट
टीचरों के व्यसनाधीन रहने से स्कूल की बदनामी होती है। यहां तक कि कुछ टीचरों द्वारा स्टूडेंट्स के हाथ से खर्रा, तंबाकू बुलवाया जाता है। टीचरों की इन हरकतों से स्टूडेंट्स पर विपरीत परिणाम होता है। जिला परिषद पदाधिकारी तथा वरिष्ठ अधिकारियों के दौरे में शिक्षकों को स्कूल में खर्रा, तंबाकू सेवन करते हुए पकड़ा गया। वरिष्ठों ने लताड़ भी लगाई थी। इसके बावजूद तंबाकू, खर्रे के शौकीनों पर खास असर नहीं पड़ा। इनसे निपटने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कसी है। प्राथमिक शिक्षाधिकारी दीपेंद्र लोखंडे ने डॉ. राजहंस वंजारी को जिला समन्वयक नियुक्त किया है। डॉ. वंजारी पेशे से टीचर हैं और मनपा के राममनोहर लोहिया माध्यमिक स्कूल में सहायक शिक्षक हैं। उन्हें स्कूलों का औचक निरीक्षण कर तंबाकू, खर्रे का सेवन करने वाले टीचरों को पकड़ कर जिला परिषद को रिपोर्ट सौंपने के अधिकार दिए गए हैं। नागपुर जिला परिषद के 1051 प्राथमिक, 515 उच्च प्राथमिक और 16 माध्यमिक स्कूल हैं। रिपोर्ट के आधार पर शिक्षाधिकारी खर्रा, तंबाकू के शौकीन शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
Created On :   20 Jan 2018 2:50 PM IST