"सूरत कोचिंग" हादसे से भी सबक नहीं, ऐंठ रहे मोटी रकम, बैठने की भी जगह नहीं

Administration does not learnt lesson from Surat Coaching incident
"सूरत कोचिंग" हादसे से भी सबक नहीं, ऐंठ रहे मोटी रकम, बैठने की भी जगह नहीं
"सूरत कोचिंग" हादसे से भी सबक नहीं, ऐंठ रहे मोटी रकम, बैठने की भी जगह नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगर के झांसी रानी चौक, लॉ कॉलेज चौक, सेंट्रल एवेन्यू रोड, रामदासपेठ, सक्करदरा, बर्डी, अंजुमन काम्प्लेक्स, आदि कई जगह बड़े ब्रांड के कोचिंग सेंटर संचालित होते हैं। चूंकि यह बिल्डिंग सभी की नजर में रहती है, इस वजह से यहां अग्निसुरक्षा के तय मापदंड के बाद ही उनको अनुमति मिलती है। जबकि शहर में कई जगहों पर चल रही कोचिंग के बारे में सभी को जानकारी ही नहीं है। फ्लैट और अन्य उपयोग के ली गई जगह का उपयोग कोचिंग सेंटर के लिए किया जा रहा है। 5 की जगह में जब 50 और 100 लोग रहते हैं और हादसे की स्थिति में जान बचाने के लिए छतों से कूदने के लिए मजबूर हो जाते हैं।

सूरत कोचिंग हादसे से भी सबक नहीं

एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में चल रही कोचिंग में आग भड़कने से सूरत में करीब 20 बच्चों की मौत हो गई। देखा जाए तो आग लगने पर इस तरह की बड़ी दुर्घटना तभी होती है, जब वहां अवैध तरीके से निर्माण किया गया हो या फिर उस बिल्डिंग का यूज को बदलकर उपयोग किया जा रहा हो। सूरत में भी ऐसा ही देखने को मिला। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कई राज्यों वा जिल स्तर पर प्रशासन, पुलिस और निगम स्तर पर टीमें बनाकर चल रही कोचिंग सेंटरों पर सुरक्षा की जांच की जा रही है, मगर अफसोस की बात यह है नागपुर में सभी विभाग के जिम्मेदारों ने इस संबंध में एक भी कदम नहीं उठाया। यानी हादसों का इंतजार किया जा रहा है, इसके बाद हमेशा की तरह कार्रवाई की खाना-पूर्ति की जाएगी।

Created On :   27 May 2019 5:32 PM IST

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