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110 कॉलेजों की संलग्नता पर मंडरा रहा खतरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर । यूनिवर्सिटी के अधीन संचालित 110 कॉलेजों की संलग्नता पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल इस बार से कॉलेजों में विविध पाठ्यक्रमों को संलग्नता देने के नियमों में बदलाव किया गया है। विवि ने एक फिक्स टाइमटेबल के तहत ही संलग्नता की कार्रवाई पूरी करने का निर्णय लिया है। लेकिन विवि की यह सख्ती कॉलेजों को रास आती नजर नहीं आ रही है। टाइमटेबल के अनुसार 15 जनवरी तक कॉलेजों को यूनिवर्सिटी की एलईसी समिति को आमंत्रित करके कॉलेज का निरीक्षण करवाना था। लेकिन अवधि बीत जाने के बाद भी 110 कॉलेजों ने समिति काे आमंत्रित नहीं किया है। ऐसे में कॉलेजों की निरीक्षण रिपोर्ट तैयार नहीं होने से विवि उनके पाठ्यक्रमों को संलग्नता नहीं दे सकता। वहीं टाइमटेबल के अनुसार संलग्निकरण की यह प्रक्रिया 30 अप्रैल तक पूरी की जानी है।
ऑनलाइन उपलब्ध होगी जानकारी
संलग्नता के नए नियमों का फायदा विद्यार्थियों को होगा, ऐसा दावा विवि अधिकारियों की ओर से किया जा रहा है। विवि के अनुसार हर वर्ष 30 अप्रैल तक अपने अधीन सभी कॉलेजों में पढ़ाए जाने वाले मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों की सूची जारी करेगा। विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट से यह जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। टाइमटेबल के अनुसार संलग्नता के नवीनीकरण के लिए कॉलेजों को 31 अगस्त तक आवेदन करना होगा। लेट फीस के साथ कॉलेज 30 सितंबर तक आवेदन कर सकेंगे। स्थानीय जांच समिति 16 से 15 जनवरी तक कॉलेज का निरीक्षण करेगी। 15 मार्च तक विवि की एकेडमिक काउंसिल तक संलग्नता का निर्णय लेगी। इसके बाद 30 मार्च तक कॉलेजों को संलग्नता की जानकारी दी जाएगी। सभी आपत्तियां सुनकर विवि 30 अप्रैल को कॉलेजों में मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों की सूची जारी करेगा।
परीक्षा में हुई परेशानी:विवि में 24 अक्टूबर से शुरू हुई परीक्षाओं में विद्यार्थियों को समय पर हॉल टिकट नहीं मिले। बाद में पता चला की कई कॉलेजों ने पाठ्यक्रमों की संलग्नता की जरूरी कार्रवाई पूरी नहीं की थी। जिसके बाद विवि को इस दिशा में नए दिशानिर्देश जारी करने पड़े हैं। विवि प्रकुलगुरु के अनुसार नए टाइटेबल से कॉलेजों की लापरवाही पर लगाम कसने में मदद मिलेगी।
10 फरवरी तक का दे रहे हैं समय
कॉलेजों को 15 जनवरी तक अपने यहां एलईसी समिति को आमंत्रित कर लेना चाहिए था। मगर कॉलेजों ने यह कार्रवाई पूरी नहीं की। ऐसे में हमने सभी कॉलेजों को पत्र लिखकर हिदायत दी है। हम उन्हें 10 फरवरी तक का वक्त दे रहे हैं। उन्हें इस बीच समिति द्वारा अपने कॉलेजों का निरीक्षण करवाना होगा।
- डॉ. प्रमोद येवले, प्रकुलगुरु नागपुर विश्वविद्यालय
Created On :   19 Jan 2018 1:09 PM IST