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29 दिन बाद खुले सरकारी कार्यालय, नगर निगम के प्रोजेक्ट भी हुए शुरू

लॉक डाउन के बीच रोस्टर अनुसार हर कार्यालय के 50 फीसदी कर्मचारियों ने किया काम
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । लंबे लॉक डाउन के बाद सरकारी कार्यालयों में रौनक नजर आई। 29 दिनों के लंबे समय के बाद सोमवार से सरकारी कार्यालय खोले गए। हालांकि प्रशासन ने पहले ही कार्यालयों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। सोमवार को रोस्टर प्रणाली के तहत प्रत्येक कार्यालय के सिर्फ 50 फीसदी कर्मचारियों को ही कार्यालयों में आने की अनुमति प्रदान की गई।
लॉक डाउन का द्वितीय चरण चल रहा है जो 3 मई को खत्म होगा। इसके पहले 20 अप्रैल से शासन ने कई छूट प्रदान करनी शुरू कर दी है। शुरूआत सरकारी कार्यालयों से की गई। इसके पहले सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े कार्यालयों को ही खोलने की अनुमति प्रदान की गई थी। सोमवार से सभी सरकारी कार्यालयों को भी खोल दिया गया हैं। कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा ने आदेश जारी करते हुए सभी जिला प्रमुखों को कार्यालय में प्रतिदिन साफ-सफाई करने, कार्यालयों को सेनेटाइज करने और कर्मचारियों को मास्क लगाकर ही कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर ही काम करने के लिए कहा गया है।
निगम के प्रोजेक्ट भी शुरू हुए
सोमवार से नगर निगम कार्यालय में भी काम शुरू किया गया। नगर निगम के बंद पड़े सरकारी प्रोजेक्ट भी शुरू किए गए। प्रधानमंत्री आवास योजना के काम शुरू किए गए। जबकि अमृत योजना व सीवरेज प्रोजेक्ट पर आज से वर्किंग शुरू होगी। इसके अलावा नगर निगम ने आम जनों के जल कर के बिलों के भुगतान के लिए भी व्यवस्था बनाई है। निगम इंजीनियर विवेक चौहान ने बताया कि दीनदयाल पार्क स्थित पानी टंकी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आमजन बिलों का भुगतान कर सकते हंै।
सौंसर की 16 कंपनियों में काम शुरू
सौंसर के औद्योगिक केंद्र की 16 कंपनियों में मंगलवार से कार्य शुरू होगा। सोमवार को बोरगांव इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। एक औद्योगिक इकाई में हुई बैठक में एसडीएम ओमप्रकाश सनोडिया, तहसीलदार डॉ. अजय भूषण शुक्ला, बीआईए के अध्यक्ष त्योतिंद्र पटेल ने औद्यागिक कंपनियों के प्रबंधकों से चर्चा कर कोरोना संक्रमण रोकने औद्योगिक इकाइयों में किए जाने वाले उपायों के संबंध में जानकारी दी और इसका कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मोहन ताजने, वामन ठोंबरे, राजगोपाल द्रविड़, दीपका हिम्मतरामका, रितेश जैन व औद्योगिक कंपनियों के प्रबंधक उपस्थित थे।
रजिस्ट्रियां बंद, सर्विस प्रोवाइडरों ने खोले ऑफिस
अनुमान था कि सोमवार से प्लाट व मकानों की रजिस्ट्रियां भी शुरू हो जाएंगी। पंजीयन कार्यालय तो खोला गया, लेकिन रजिस्ट्रियंा नहीं हो पाई, लेकिन सर्विस प्रोवाइडरों ने अपनी-अपनी दुकानें खोले रखी थी। हालांकि रजिस्ट्रियां बद होने की वजह से शासन को ही रोजाना लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
Created On :   21 April 2020 5:08 PM IST