अखंड हरिनाम सप्ताह व विट्ठल-रुक्मिणी मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव

Akhand Harinama Week and Vitthal-Rukmini Idols Prana-Pratishtha Festival
अखंड हरिनाम सप्ताह व विट्ठल-रुक्मिणी मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव
कोंढाली अखंड हरिनाम सप्ताह व विट्ठल-रुक्मिणी मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव

डिजिटल डेस्क, कोंढाली। बसंत पंचमी पर्व पर प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी मिनीवाड़ा ग्राम में  शनिवार 5 से 13 फरवरी तक अखंड हरिनाम सप्ताह का आयोजन किया गया है। आयोजन के दौरान 7 फरवरी को श्री विट्ठल-रुक्मिणी, संत ज्ञानेश्वर महाराज एवं संत तुकाराम महाराज की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा तथा मंदिर पर कलशरोहण बाबा शास्त्री मुखेकर महाराज एवं सुरेश मानकर महाराज के मंत्राेच्चार के साथ होगा। 3 फरवरी को श्री क्षेत्र धापेवाड़ा से निकल कर पालकी यात्रा 4 फरवरी को मिनीवाड़ा पहुंची। 5 फरवरी से प्रातः सुबह 5 से काकड़ आरती, विष्णु पुराण, ग्रंथराज पारायण, दोपहर में भजन, हरिपाठ रात 8 से 10 बजे तक ज्ञानेश्वर महाराज वाघ, अकोला, भीमराव कोठे, हिंगना, गणेश फुलकुंटवार, मुंबई, हड़प सोपान महाराज कालपांडे, मूर्तिजापुर, नामदेव महाराज चव्हाण, आलंदी, पुरुषोत्तम बवास्कर देहु, नारायण महाराज शिंदे, पुसद के कीर्तन। 13 फरवरी को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक गोपालकाला कीर्तन पद्माकर देशमुख महाराज करेंगे। वहीं मृदंगाचार्य तेजस  महाराज, मुंबई की विशेष उपस्थिति में महाप्रसाद वितरण किए जाने की जानकारी आयोजन समिति ने दी है।

विट्‌ठल-रुक्मिणी पालकी यात्रा का धामना में स्वागत

उधर मिनीवाड़ा में अखंड हरिनाम सप्ताह के दौरान श्रीक्षेत्र धापेवाड़ा से विट्‌ठल-रुक्मिणी की पालकी यात्रा निकली। सावनेर, गोंडखैरी मार्ग से ब्राह्मणी, सेलू, 14 मैल आदि स्थानों पर पालकी का स्वागत किया गया। धामना के हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर पालकी के दर्शन व स्वागत किया गया। पालकी में शामिल सभी संत मंडली व भक्तों के भोजन की व्यवस्था की गई। वहीं बाजारगांव में भी पालकी का स्वागत किया गया। इस दौरान सरपंच तुषार चौधरी, मंगेश भड, भोले, उपसरपंच  आदि उपस्थित थे।

बसंत पंचमी : पालकी पदयात्रा का मौदा में स्वागत

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सभी धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम पर पाबंदियां लगाई गई है। मौदा के कन्हान नदी तट पर स्थित सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी परिसर में बसंत पंचमी पर प्रतिवर्ष यात्रा का आयोजन किया जाता है। जो गत दो वर्ष से बंद है। बसंत पंचमी यात्रा रद्द होने से महानुभाव पंथ के भक्तों में नाराजगी व्याप्त है। शनिवार को कोविड-19 गाइडलाइन का पालन कर कई श्रद्धालुओं ने यहां पहुंचकर द्वीप स्थान की पूजा-अर्चना कर दर्शन लाभ लिया। इसे देखते हुए मौदा नगरपंचायत व पुलिस विभाग की ओर से तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया था। बसंत पंचमी पर वानाडोंगरी से मौदा की ओर निकलने वाली पालकी पदयात्रा का हुआ स्वागत व सत्कार किया गया। वानाडोंगरी से मौदा के सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी मंदिर द्वीप पर निकली पालकी पदयात्रा का वडोदा में आगमन होने पर हुतात्मा स्मारक के पास स्वागत किया गया। इस समय पालकी प्रमुख विजयराज शास्त्री बाबा गायकवाड़, युवराज बोरकर, विशाल गाड़बैल, रेवानाथ गावंडे, राजू करडभाजने, निर्मल होले, सरला डहाके, मंगला शेंडे, दिनेश वानखेड़े, कृष्णा दशरथ ठाकरे, बलिराम बोर्डे, चक्रधर‌ कोगे, कृष्णा करडभाजने, तरुण अतकरी, विलास क्षीरसागर, श्रीकांत गभने, भास्कर पानतावणे, कुणाल गावंडे, रजत शेंडे, व अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे। 

Created On :   6 Feb 2022 5:20 PM IST

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