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अमित वाइकर ने विदेश में दिलाई भारतीय मूल्यों को पहचान, नागपुर से ली है डिग्री
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर के प्रतिष्ठित डॉक्टर परिवार के अमित वाइकर भले ही डॉक्टर नहीं बने, लेकिन विदेश में अपने नाम का परचम लहराकर पूरे शहर का नाम रोशन कर प्रवासी भारतीय का सम्मान अपने नाम कर चुके हैं। अमित फिलहाल एशिया विद दोएहलर फूड एंड वीवरेज इंग्रेडिएंट्स कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत हैं। इंडियन एसोसिएशन ऑफ शंघाई के पूर्व अध्यक्ष रह चुके अमित को वर्ष 2019 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान किया गया था। यहां तक कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भी सम्मानित अतिथियों में वे शामिल थे। वर्ष 2018 में नागपुर में हुए विधानसभा के मानसून सत्र में उन्हें विशेष वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। अमित वाइकर ने अपनी शिक्षा नागपुर में पूरी की है। उन्होंने अंगरेजी और पर्यावरण विज्ञान में स्नातक करने के बाद नागपुर विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री ली है।
नागपुर से गहरा नाता
भले ही अमित नागपुर से सैकड़ों किमी दूर रह रहे हों, लेकिन उनका नागपुर से गहरा नाता है। वे हर वर्ष तीन बार नागपुर आते हैं। शहर के कई संगठनों से जुड़े हुए हैं। रामकृष्ण मिशन जैसे सामाजिक संगठन के आजीवन सदस्य हैं। बोर्ड ऑफ गर्जे मराठी फाउंडेशन, नागपुर फर्स्ट, दीप स्तंभ फाउंडेशन, आम्रपाली उत्कर्ष संघ, स्त्री अाधार केंद्र जैसे कई संगठनों से जुड़े हैं।
हजारों मील की दूरी वाले शहर आए निकट
पिछले 10 वर्ष से शंघाई में रह रहे अमित ने शंघाई और नागपुर के बीच बेहतर रिश्ता बनाने में सफल रहे हैं। यहां तक कि चीन के राजदूत ग्ओकाई जांग हाल ही में नागपुर आकर मनपा आयुक्त से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने शंघाई में 1997 में इंडियन एसोसिएशन ऑफ शंघाई का गठन किया और वर्ष 2012 से 16 तक उसके अध्यक्ष रहे। उन्होंने दोनों देशों भारत विशेषकर नागपुर और शंघाई के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए विशेष सहयोग किया है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ शंघाई चीन में कला संस्कृति और भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहे हैं।
Created On :   4 Jan 2020 10:23 AM GMT