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भारत-श्रीलंका के बीच शिक्षा प्रणाली पर एग्रीमेंट, हिन्दी के विस्तार को गति देने दोनों यूनिवर्सिटी ने किए हस्ताक्षर

डिजिटल डेस्क, वर्धा। भारत और श्रीलंका के बीच शिक्षा प्रणाली को लेकर एग्रीमेंट किए गए हैं। टीचर्स और स्टूडेंट्स आदान-प्रदान बढ़ाने तथा उच्च शिक्षा में भारत और श्रीलंका की शिक्षा प्रणाली को जानने-समझने की दिशा में तैयार किए गए एक एग्रीमेंट पर महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा और श्रीलंका के सबरागामुआ विश्वविद्यालय के बीच हस्ताक्षर किए गए। हिंदी विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. सुनील संथा ने इस पर हस्ताक्षर किए।
हिंदी विवि वर्धा में कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र के कक्ष में आयोजित बैठक में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद दोनों कुलपतियों ने अपने-अपने विश्वविद्यालय की अकादमिक गतिविधियां तथा पाठ्यक्रम आदि को लेकर चर्चा की। इस अवसर पर विवि के प्रतिकुलपति प्रो. आनंद वर्धन शर्मा, कुलसचिव प्रो.केके सिंह, वित्ताधिकारी कादर नवाज खान, भाषा विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल, सबरागामुआ विवि के कुलसचिव तथा अध्यापक संगीत रत्नायके, भाषा विद्यापीठ के अध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार पाण्डेय, जनसंपर्क अधिकारी बी.एस.मिरगे, हिंदी अधिकारी राजेश यादव, सहायक कुलसचिव राजेश अरोड़ा, डॉ. राजेश्वर सिंह उपस्थित थे। इस समझौता ज्ञापन से दोनों विश्वविद्यालयों के बीच रिश्तों में प्रगाढ़ता आएगी तथा हिंदी के विस्तार को गति मिलने की संभावनाएं व्यक्त की गयी।
शिक्षा में समाजकार्य विषय को मिलना चाहिए महत्व : प्रो.मिश्र
शिक्षा में समाजकार्य विषय को अधिक महत्व दिया जाना चाहिए। लोक कल्याण का विचार तथा भारतीय विचारों की वैश्विक महत्ता को ध्यान में रखकर समाज कार्य के लिए बनाए जाने वाले पाठ्यक्रम तैयार होने चाहिए। अच्छे समाज के निर्माण के लिए समाज कार्य विषय पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। यह विचार महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र ने व्यक्त किए। वे समाज कार्य पाठ्यक्रम के भारतीयकरण पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जाने-माने विद्वान मुकुल कानिटकर उपस्थित थे। प्रतिकुलपति प्रो. आनंद वर्धन शर्मा, मानविकी एवं समाजविज्ञान विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. मनोजकुमार मंचासीन थे। भारतीय शिक्षा मंडल और विश्वविद्यालय के महात्मा गांधी फ्यूजी गुरुजी सामाजिक कार्य अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र ने प्रायोजित की थी। स्वागत वक्तव्य प्रतिकुलपति प्रो. आनंद वर्धन शर्मा ने दिया। कार्यशाला का प्रारूप डॉ. विष्णु ने रखा। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मिथिलेश कुमार ने किया तथा आभार प्रो. मनोज कुमार ने माना।
Created On :   2 July 2018 10:39 AM IST