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अन्ना हजारे के साथ आंदोलन से जुुड़ने का कोई इरादा नहीं : वीके सिंह

डिजिटल डेस्क,नागपुर। विदेश राज्यमंत्री वी.के. सिंह ने सफाई दी कि अन्ना हजारे का सिद्धांत है कि किसी भी राजनीतिक संगठन से जुड़ा काेई व्यक्ति उनके आंदोलन में शामिल नहीं होगा। चूंकि वीके सिंह भाजपा से ताल्लुक रखते हैं, इसलिए वे अन्ना के आंदोलन से नहीं जुड़ेंगे। हां, अन्ना के अगले आंदोलन का उद्देश्य जानकर उनसे चर्चा जरूर करूंगा। चार वर्ष पूर्व अन्ना हजारे के साथ मिलकर लोकपाल बिल की लड़ाई लड़ने वाले वीके सिंह नागपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि उनका अन्ना हजारे के आंदोलन से जुड़ने का कोई इरादा नहीं है।
...तब यह सवाल था मन में
उन्होंने कहा कि सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद आगे क्या किया जाए, यह सवाल उनके सामने था। इसी बीच, अन्ना के विचारों से प्रेरित होकर उनके आंदोलन में शामिल हुआ। लोकपाल बिल दोनों सदनों से मंजूर हो गया और अन्ना का आंदोलन सफल हुआ।
हाफिज सईद आतंकी ही है
पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद पर वीके सिंह ने कहा कि पाकिस्तान चाहे लाख कोशिश करे, भारत के लिए हाफिज सईद हमेशा आतंकी ही रहेगा। उन्होंने डोकलाम सीमा के पास चीन द्वारा किए जा रहे निर्माणकार्य की बातों को अफवाह करार दिया।
जाधव पर चर्चा जारी
सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी जेल में बंद कुलभूषण जाधव की मां और उनकी पत्नी की उनसे मुलाकात कराने और उनकी सुरक्षा के लिए सरकार सकारात्मक चर्चा कर रही है। भारतीय नागरिकों को विदेश में बेहतर नौकरी का लालच देकर अपेक्षाकृत काम न देने वाले एजंेट्स के खिलाफ हाईकमीशन और एम्बेसी को निर्देश दिए गए हैं। भारत में ऐसे एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत-सिंह
आज के दौर में स्कूल के प्राचार्य और शिक्षकों की यह जिम्मेदारी है कि वे बच्चों की किताबी शिक्षा ही नहीं, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास पर भी गौर करें। क्योंकि पाठ्यक्रम और किताबों में कई बार भ्रामक सामग्री भी देखने को मिलती है। विद्यार्थियों को भारत की जगह अन्य देशों की जानकारी ज्यादा दी जाती है। ऐसी शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत है। भारत सरकार के विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने प्राचार्य सम्मेलन में यह बात कही। शहर के सिविल लाइंस स्थित चिटणवीस सेंटर में "जनरेटिंग हैपी माइंड्स-थॉट बिहाइंड एजुकेशन' थीम पर आयोजित प्राचार्य सम्मेलन का आखिरी दिन था। वीके सिंह समापन सत्र में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को स्कूल में ही सहिष्णुता और नैतिकता सिखाई जाए, तो उनकी जीवन शैली में बड़े आध्यात्मिक बदलाव आ सकते हैं। साथ ही विद्यार्थियों को व्यवस्था पर विश्वास रखना भी सिखाना चाहिए। इसी से समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।
कुष्ठरोगियों की सेवा जरूरी
कार्यक्रम में बतौर विशेष अतिथि मौजूद महारोगी सेवा समिति के सचिव विकास बाबा आमटे ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारत में आज भी कुष्ठ रोगियों को आधार कार्ड नहीं मिलता। 123 करोड़ की जनसंख्या वाले देश भारत में कुष्ठरोगियों को भी सम्मान की दृष्टि से देखना जरूरी है। विद्यार्थियों को भी इस दिशा में जागरूक करना जरूरी है। समापन समारोह के अवसर पर विश्व के सबसे कम उम्र के प्रधानाध्यापक (मुर्शिदाबाद) बाबर अली को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की प्रस्तावना कार्यक्रम संयोजक डाॅ. मृणालिनी दस्तूरे ने रखी। आभार प्रदर्शन द राॅयल गोंडवाना की प्राचार्या प्रतिभा नायर ने किया। सम्मेलन में सपूर्ण भारत तथा विदेशों से लगभग 300 प्राचार्य उपस्थित थे।
ये रहे विजेता
इस बार सुपर नचिकेता पुरस्कार सोमथी वेणुगोपालम (प्राचार्या सेंटर प्वाइंट स्कूल, वर्धमान नगर) तथा शीतल आहूजा (अंकलेश्वर, गुजरात) को दिया गया। इसी तरह वंदना पाॅल (स्कूल आॅफ स्काॅलर, हुडकेश्वर), अनिता शर्मा (उप प्राचार्या सेंटर प्वाइंट स्कूल, दाभा), भक्ति बोबडे (शिक्षिका, सेंटर प्वाइंट स्कूल, दाभा), विवेकानंद सिंग सोलंकी (भारती विद्या भवन, श्रीकृष्ण नगर), राजश्री शर्मा (शिक्षिका, साउथ प्वाइंट स्कूल, ओंकार नगर), सालिना जीवाजी (टाटा पारसी स्कूल), मनीषा सालुंके (परिवेक्षिका, साउथ प्वाइंट स्कूल, ओंकार नगर), मीनी दत्ता (माॅर्डन स्कूल), पार्वती अय्यर (प्राचार्या भारती विद्या मंदिर, त्रिमूर्ती नगर), कनिका आनंद (परिवेक्षिका, राॅयल गोंडवाना पब्लिक स्कूल) तथा नूतन जमानी (स्कूल आॅफ स्कॅालर) को प्रदान किया गया।

Created On :   30 Nov 2017 2:34 PM IST