पाइथियन खेलों को बचाने मोदी सरकार से लगाई गुहार, जानिए क्या है 2027 को लेकर प्रस्ताव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. भारत में प्राचीन पाइथियन खेलों को पुनर्जीवित कर उनका आधुनिक पाइथियन खेलों के रूप में पुनरूद्धार करने का प्रयास शुरू हो गया है। मॉडर्न पाइथियन खेलों के संस्थापक बिजेंदर गोयल ने यहां कहा कि मॉडर्न पाइथियन खेल दुनिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि भारत के पास इस तरह के ऐतिहासिक और प्राचीन खेलों के बौद्धिक संपदा अधिकार पहली बार आए हैं।
गोयल ने मोदी सरकार से आग्रह किया कि पाइथियन खेलों को बचाने के लिए वह उसी तरह सामने आए, जिस तरह स्विट्जरलैंड ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को प्रायोजित और संरक्षित किया है। उन्होंने वर्ष 2027 में दिल्ली में पहला पाइथियन गेम्स कराने का प्रस्ताव भी दिया है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया भर में इस खेल के कानूनी ढांचे को स्थापित किया जाए। गोयल ने उम्मीद जताई कि पाइथियन खेल अगले तीन से चार दशक में ओलंपिक खेलों से भी आगे निकल जाएगा। कला और संस्कृति के मामले में पाइथियन खेल भी ओलंपिक खेलों जैसे ही हैं। उन्होंने कहा कि कुश्ती, रथ दौड़, संगीत, नृत्य, कविता आदि पहले पाइथियन खेलों का हिस्सा थे, जिन्हें अब पुनर्जीवित करने की जरूरत है।
Created On :   29 Sept 2022 7:10 PM IST