सफेद ही रहेगा बीपीएमटी के विद्यार्थियों का एप्रॉन

Apron of BPMT students will remain white
सफेद ही रहेगा बीपीएमटी के विद्यार्थियों का एप्रॉन
नागपुर सफेद ही रहेगा बीपीएमटी के विद्यार्थियों का एप्रॉन

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में बैचलर इन पैरामेडिकल टेक्नाेलॉजी (बीपीएमटी) के विद्यार्थियों ने आधे घंटे में ही हड़ताल खत्म कर दी। उनकी विविध मांगों को मान्य करते हुए मेडिकल प्रशासन ने एक पत्र जारी किया है। पत्र के अनुसार जनऔषधि चिकित्सा शास्त्र विभाग के डॉ. सुभाष ठाकरे को प्रभारी अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी निगरानी में अलग-अलग विभाग प्रमुखों की कमेटी बनाई जाएगी। यह कमेटी विद्यार्थियों की सभी समस्याएं हल करेगी। मंगलवार की सुबह 10 बजे मेडिकल के अधिष्ठाता कार्यालय के सामने 300 से अधिक बीपीएमटी के विद्यार्थी जमा हो गए थे। उन्होंने अपनी विविध मांगे पूरी करने के लिए नारेबाजी शुरू की। इस बीच अधिष्ठाता डॉ. सुधीर गुप्ता ने विद्याथिर्यों के प्रतिनिधियों को चर्चा के लिए बुलाया। चर्चा के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों की समस्याएं हल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने एप्रॉन का रंग पूर्ववत सफेद रखने व नियमित लेक्चर लेने के संबंध में विद्यार्थी प्रतिनिधियों को पत्र दिया। इसके बाद विद्यार्थियों ने हड़ताल वापस ली। 

मेडिकल में 2010 में बीपीएमटी पाठ्यक्रम शुरू किया गया। हर साल 100 से 115 विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं। यह विद्यार्थी लेबोरेटरी साइंसेस, ब्लड ट्रांसप्लांट, कार्डियोंलॉजी, न्यूरोलॉजी, रेडियोग्राफी, रेडियोथेरेपी सहित कुल 13 विभागों की शिक्षा लेते हैं। सालाना 50 हजार रुपए प्रति विद्यार्थी फीस ली जाती है। लेकिन उनके क्लासेस नहीं लिये जाते। विद्यार्थियों को स्वअध्ययन कर परीक्षाएं देनी पड़ती हैं। दूसरी समस्या यह है कि उनका ड्रेस बदलने का निर्णय लिया गया था। सफेद शर्ट, काला पैंट और नीला एप्रॉन करने का निर्णय लिया गया था। इस कारण विद्यार्थियों में असंतोष की भावना पैदा हो गई थी। इसके साथ ही दूसरी समस्याओं से भी विद्यार्थी परेशान थे। उनका आरोप था कि मेडिकल प्रशासन द्वारा बीपीएमटी के विद्यार्थियों की अनदेखी की जाती है। इसलिए विद्यार्थियों ने मेडिकल स्टूडेंटस् वेलफेयर एंड एल्युमिनी एसोसिएशन को पत्र लिखा था। जिसमें समस्याओं का उल्लेख कर हड़ताल की चेतावनी दी थी। इसके बाद एसोसिएशन ने विद्यार्थियों की समस्याएं हल करने के लिए मेडिकल प्रशासन को सूचित किया था।

मेडिकल के अधिष्ठाता ने तत्काल कार्यवाही करते हुए ड्रेस, नियमित लेक्चर व अन्य समस्याओं को हल करने के लिए डॉ. सुभाष ठाकरे को नियुक्त किया। इसकी जानकारी एसोसिएशन को दी गई। लेकिन विद्यार्थी प्रतिनिधियों को इस बारे में कोई पत्र नहीं दिया गया। मंगलवार से विद्यार्थियों ने हड़ताल की घोषणा की और सुबह 10 बजे अधिष्ठाता कार्यालय के सामने पहुंचकर नारेबाजी शुरू की। इसके बाद अधिष्ठाता ने विद्यार्थी प्रतिनिधियों को बुलाकर चर्चा की। उन्हें आश्वस्त किया गया कि उनकी समस्याएं हल करने की दिशा में सकारात्मक पहल की जा रही है। विद्यार्थियों की समस्याएं हल करने के लिए डॉ. ठाकरे के नेतृत्व में विभाग प्रमुखों की कमेटी बनाई जाने वाली है। एसोसिएशन को दिए गए पत्र की प्रति भी विद्यार्थी प्रतिनिधियों को सौंपी गई। समाधान निकलता देख विद्यार्थियों ने तुरंत हड़ताल वापस ली। इसलिए मेडिकल का कामकाज प्रभावित नहीं हुआ।

 

Created On :   14 Sept 2022 7:27 PM IST

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