करीब 400 कोच व 35 इंजनों का स्टेशन पर लगा हुआ है मेला

Around 400 coaches and 35 locomotives are in the fair
करीब 400 कोच व 35 इंजनों का स्टेशन पर लगा हुआ है मेला
करीब 400 कोच व 35 इंजनों का स्टेशन पर लगा हुआ है मेला

डिजिटल डेस्क  जबलपुर। जहाँ नजर जाती है वहाँ लंबी-लंबी ट्रेनों की कतारें नजर आ रही हैं। ऐसा लगा रहा है जैसे रेलवे स्टेशन न हो, ट्रेनों की कोई मेन्टेनेंस वर्कशॉप हो... ये नजारा इन दिनों जबलपुर रेलवे स्टेशन के साथ-साथ मदन महल और कछपुरा मालगोदाम स्टेशन पर दिखाई दे रहा है जहाँ कोरोना वायरस से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से पैसेंजर गाडिय़ों की कतारें नजर आ रहीं हैं। इनमें खासतौर पर उन गाडिय़ों की भीड़ है जो गाडिय़ाँ जबलपुर रेलवे से शुरू होती हैं और देश के कोने-कोने तक जाती हैं। यही वजह है िक मुख्य रेलवे स्टेशन व सहयोगी रेलवे स्टेशनों पर जबलपुर स्टेशन से चलने वाली ट्रेनों के करीब 400 कोच और 35 इंजनों की भीड़ नजर आ रही है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इन गाडिय़ों में गोंडवाना एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस, श्रीधाम एक्सप्रेस, मप्र संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस, अमरावती एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस, ओवरनाइट एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, पुणे स्पेशल, बांद्रा स्पेशल, जम्मूतवी एक्सप्रेस, अटारी स्पेशल, शक्तिपुंज एक्सप्रेस, अमरावती एक्सप्रेस, सिंगरौली इंटरसिटी और गरीबरथ एक्सप्रेस, त्रिवेन्द्रपुरम स्पेशल और रीवा इंटरसिटी शामिल हैं जिन्हें जबलपुर स्टेशन के पास कहीं कोचिंग डिपो तो कहीं बंद पड़े स्टेशन की रेल लाइनों पर खड़ा कर दिया गया है। गौरतलब है िक लॉकडाउन के कारण पिछले एक सप्ताह से ये गाडिय़ाँ यहाँ खड़ी हुई हैं जो अब लॉकडाउन के खत्म होने के बाद ही रवाना हो सकेंगी। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन की अवधि बढऩे के कारण जबलपुर से शुरू होने वाली गाडिय़ाँ वापस अपने सोर्स स्टेशन पर लौट आईं हैं जिन्हें यार्ड और स्टेशन ट्रैकों पर खड़ा किया जा चुका है जिसकी वजह से जबलपुर रेलवे स्टेशन पर गाडिय़ों की भीड़ दिखाई दे रही है। बताया जा रहा है िक पमरे मुुख्यालय में इन गाडिय़ों को मेनलाइन से हटकर खड़ा किया गया है ताकि मेनलाइन से देश के कोने-कोने से दूसरे कोने तक आवश्यक सामग्री जैसे खाद्यान्न, दवाएँ, एलपीजी आदि का स्टॉक लेकर जा रही मालगाडिय़ाँ नियत समय पर अपने गंतव्य तक पहुँच सकें। इन मालगाडिय़ों के लिए जहाँ एक ओर ट्रैक मेन्टेनर्स की ड्यूटी लगाई गई है वहीं स्टेशन की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए रेलवे के अधिकारियों की तैनाती भी की गई है। 
बाहरी गाडिय़ों को हालात बदलते ही रवाना कर दिया जाएगा - रेलवे के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर स्टेशन से चलने वाली सभी 19 गाडिय़ों के वापस लौट आने के साथ दूसरे जोन की भी गाडिय़ों को मुख्य रेलवे स्टेशन के साथ मदन महल, कछपुरा स्टेशन के अलावा आउटर में खड़ा रखा गया है। जिन्हें हालात नियंत्रित होने के बाद वापस दूसरे जोन भेज दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि दूसरे जोन की करीब 10 गाडिय़ाँ हैं जिन्हें पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय वाले स्टेशनों पर खड़े करने की जगह दी गई है। जबलपुर से चलने वाली गाडिय़ों के साथ बाहरी जोन की गाडिय़ों को भी आने वाले दिनों में सेनिटाइज किया जाएगा।

Created On :   27 March 2020 12:55 PM GMT

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