अनोखा प्रयोग : छोड़ना चाहते हैं स्मोकिंग तो आर्ट का लें सहारा

Art help you to quit the smoking and also help to live healthy
अनोखा प्रयोग : छोड़ना चाहते हैं स्मोकिंग तो आर्ट का लें सहारा
अनोखा प्रयोग : छोड़ना चाहते हैं स्मोकिंग तो आर्ट का लें सहारा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आर्ट से स्मोकिंग छोड़ी जा सकती है इस बात पर कम लोग ही यकीन करें लेकिन यह सच है। उपराजधानी में इस तरह एक अनोखा प्रयोग कारगर साबित हुआ है। कहते हैं जब मन में आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प हो, तो नामुमकिन काम भी मुमकिन हो जाता है। शहर के कुछ ऐसे युवा हैं, जिन्होंने नशे की लत छोड़ने के लिए खुद को दूसरे क्षेत्र में व्यस्त कर लिया। उनकी इस लत को छुड़ाने में फैमिली, फ्रेंड्स और रिलेटिव्स ने साथ दिया। ये युवा आज खुद को खुशनसीब मानते हैं कि उन्हें नशे की लत से छुटकारा मिल गया। उनका कहना है कि नशे की लत छोड़ने के लिए माइंड डायवर्ट करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आर्ट क्षेत्र में गायन, नृत्य, खेल, वाद्य यंत्र किसी भी क्षेत्र में जाया जा सकता है।

शराब की लत से थआ परेशान
बाहर रहने के कारण मुझे शराब की आदत पड़ गई थी। जब मेरे पैरेंट्स को यह बात पता चली, तो उन्हें बहुत दुख हुआ। जब मैं घर वापस आया, तो पैरेंट्स ने मुझे समझाया और मेरा ध्यान डायवर्ट करने के लिए मुझे तबला सीखने के लिए भेजना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे  मेरा ध्यान नशे की तरफ से हट गया। मैंने तबला सीखने में खुद को इतना बिजी कर लिया कि मेरा ध्यान नशे की तरफ गया ही नहीं। मैं अपने आप को बहुत लकी मानता हूं कि मेरे पैरेंट्स ने मेरी इस बुरी लत को सुधारने में मदद की।
-रोहन इवने, स्नेह नगर

सही वक्त पर मिला फ्रेंड का साथ
जब वाइफ से मेरा डिवोर्स हुआ, तो मुझे नशे की लत गई। इससे निकलना बहुत मुश्किल हो गया था। फिर मेरे फ्रेंड ने इसमें मेरी मदद की। उसने मुझे बचपन की याद दिलाई कि बचपन में हम किस तरह क्रिकेट खेला करते थे और उसने भी मेरा साथ देने के लिए मेरे साथ क्रिकेट क्लब ज्चाइन किया। आज मेरी शराब की लत पूरी तरह से छूट गई है। जॉब के साथ ही मैं क्रिकेट के लिए भी समय देता हूं। आज मैं खुशनसीब मानता हूं कि मेरे दोस्त ने मेरी बुरी लत छुड़ाने में मेरी मदद की।
-नारायण राय, भगवान नगर

अच्छा ग्रुप भी जरूरी
नशे की लत बहुत जल्दी लगती है। फ्रेंड सर्कल अच्छा होना जरूरी है। मेरे फ्रेंड सर्कल में हर लड़का नशा करता है। शराब, सिगरेट, गुटखा की आदत है, तो कुछ ड्रग्स भी लेते हैं। मेरे पापा बड़े पोस्ट पर होने के कारण कभी पैसे की कमी नहीं रही। दोस्तों के साथ नशे की आदत लगने से मेरा ध्यान पढ़ाई से हट गया। फिर पापा के कहने पर मैंने डांस क्लास ज्वाइन की। अच्छे लोगों की संगत से मेरी नशे की लत छूट गई। पापा जानते थे कि बचपन से ही मुझे डांस करने का शौक था। यह काम आई।
-निमेश पांडे, सहकार नगर

गायन सीखने लगा
कॉलेज लाइफ में हमें ऐसा लगता है कि हम जो कुछ भी कर रहे हैं, सब सही है। धीरे-धीरे दोस्तों के साथ मुझे भी नशे की बुरी लत लग गई, जिससे अचानक मेरी सेहत पर असर पड़ने लगा। पैरेंट्स घबरा गए। उन्हें जब पता चला, तो उन्होंने मुझे डांटा और मेरी लत छुड़ाने के लिए मेरा साथ दिया। घर पर ही उन्होंने मेरे लिए गायन सीखने की व्यवस्था की। इसके लिए मेरे घर पर ही टीचर गाना सिखाने आते थे। इसमें मुझे इतना इंट्रेस्ट आया कि मेरी नशे की बुरी लत छूट गई। मैं अब स्टेज परफॉर्मेंस भी देता हूं, साथ ही आर्केस्ट्रा ग्रुप तैयार किया है। । 
-अलंकार नानवानी, स्नेह नगर


 

Created On :   5 Dec 2017 3:02 PM IST

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