साहेबराव बाघ को लगेगा आर्टिफिशियल लेग, चलने फिरने में होगी आसानी

Artificial leg will be fix to Tiger Sahebrao, it will be easy to walk
साहेबराव बाघ को लगेगा आर्टिफिशियल लेग, चलने फिरने में होगी आसानी
साहेबराव बाघ को लगेगा आर्टिफिशियल लेग, चलने फिरने में होगी आसानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंसान अपनी बेबसी के लिए कोई न कोई उपाय निकाल लेते हैं, लेकिन जानवरों को कुछ पीड़ा है तो अपनी ज़ुबान से नहीं बता सकते हैं। उपराजधानी के एक बाघ को अपनी तकलीफ से जल्द छुटकारा मिल जाएगा। गुरुवार को गोरेवाड़ा के साहेबराव नामक बाघ को कृत्रिम टांग लगाने की जांच-प्रक्रीयां शुरू हो गई। बाघ के पैर का उपचार करने के लिए महाराष्ट्र पशु व मत्स्य विज्ञान विद्यापीठ की टीम, डॉ. एस. बाभुलकर, सुश्रुत अस्पताल की टीम और गोरेवाडा प्रकल्प के अधिकारी -कर्मचारियों ने कमर कस ली है। सुबह 6.45 बजे बाघ को डॉ. गौतम भोजने ने बेहोश किया था। डॉ. विनोद धूत और डॉ. उपाध्ये की देखरेख में अस्पताल की मोबाइल एक्सरे मशीन से एक्स-रे लिया गया। रक्त के नमूने भी लिए गए। रीपोर्ट के आधार पर आनेवाले समय में बाघ को कृत्रिम टांग लगाई जाने वाली है।

गोरेवाड़ा में पहुंची डॉक्टरों की टीम
महाराजबाघ में पला बढ़ा साहेबराव बाघ लंबा चौड़ा और दिखने में आकर्षित है। लेकिन बचपन में ताडोबा व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत वो शिकारी के ट्रैप में फंस गया था। जिससे उसका पैर बूरी तरह जख्मी हो गया था। दाएं पैर की तीन उंगलियां बेकार हो गई थी। नागपुर पशुवैद्यकीय महाविद्यालय के तज्ञों ने उसका इलाज कर जीवनदान दिया था, लेकिन पैर की उंगलियां बेकार होने से उसे चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ समय पहले उसे यहां से सेमिनरी हिल्स लाया गया था। जहां उसे रखा गया था। इस बीच उसकी तकलीफ को देखकर कृत्रिम पैर लगाने की दिशा में विचार किया गया था। कुछ समय पहले ही इसे साकार करने के लिए उसे महाराजबाघ लाया गया। जहां गुरुवार सुबह उसका एक्स-रे कर खून के नमूने भी लिए गये। रीपोर्ट के आधार पर उसे कृत्रिम टांग लगाई जाए, या नहीं इस पर फैसला लिया जाएगा।

 

 

 

Created On :   23 Aug 2018 6:37 PM IST

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