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कल हड़ताल पर आशा वर्कर, सीटू ने की है देशव्यापी हड़ताल की घोषणा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोनाकाल में आशा वर्कर स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। उनके काम का उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है, उल्टे अधिकारी उन्हें काम से हटाने की धमकी देते हैं। सर्वेक्षण के लिए जाने पर कई आशा वर्कर पर हमले भी होते रहते हैं। सरकार ने उन्हें कोविड योद्धा तो घोषित कर दिया, लेकिन उचित मेहनताना नहीं मिल रहा है। उनकी मांगों को लेकर सोमवार 24 मई को सीटू ने देशव्यापी हड़ताल का एलान किया है। आशा वर्कर का शासकीय सेवा में समायोजन तथा 22 हजार रुपए मासिक वेतन देने की मांग है।
करीब डेढ़ हजार आशा वर्कर होंगी शामिल
सीटू के जिलाध्यक्ष राजेंद्र साठे ने बताया कि शहर में 955 और ग्रामीण क्षेत्र में 500 आशा वर्कर सीटू से जुड़ी हैं। संगठन से जुड़ी शतप्रतिशत आशा वर्कर हड़ताल में उतरने का उन्होंने दावा किया। दरअसल ग्रामीण क्षेत्र में आशा वर्कर की कुल संख्या 1744 है। हड़ताल उनके न्यायिक मांगों की लड़ाई है। उनके अधिकार की लड़ाई में अन्य संगठन की आशा वर्कर भी हड़ताल में सहभागी होेने की संभावना है।
आशा वर्कर की अहम भूमिका
स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी विविध सेवाओं में आशा वर्कर की अहम भूमिका है। गर्भवती की 9 महीने तक स्वास्थ्य सेवा, प्रसूति के लिए अस्पताल पहुंचाना, प्रसूति पश्चात माताओं का मार्गदर्शन व बालकों का औषधोपचार, कोविड में सर्वेक्षण, मरीजों की खोज मुहिम, आरटीपीसीआर व कोविड वैक्सीनेशन के लिए नागरिकों को प्रोत्साहित करना, वैक्सीनेशन सेंटर पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, िरकार्ड मेंटेन करना आदि जिम्मेदारियां हैं।
अतिरिक्त मानधन एक छलावा
राज्य सरकार द्वारा आशा वर्कर को 2 हजार और गट प्रवर्तक को 3 हजार रुपए प्रतिमाह अतिरिक्त मानधन देने की घोषणा छलावा साबित हुई। जून-2020 से मार्च-2021 तक अतिरिक्त मानधन दिया गया। उसके बाद से सरकार ने अनुदान नहीं दिया है।
काम है ज्यादा, कम मिल रहा मानधन
आशा वर्कर के कंधे पर डाली गई जिम्मेदारियां काफी ज्यादा हैं। उनके मुकाबले दिया जाने वाला मानधन काफी कम है। मासिक 1500 रुपए मानधन दिया जाता है। उसके अलावा वैक्सीनेशन का 150, मासिक बैठक का 150, रजिस्टर मेंटेन रखने के 100 रुपए महीना मिलता है। कोविड के चलते वैक्सीनेशन बंद है। 4 से अधिक व्यक्ति हो नहीं सकते, इसलिए बैठक बुलाई नहीं गई। रजिस्टर मेंटेन का भी कोई हिसाब-किताब नहीं है। मासिक 1500 रुपए के अलावा अन्य भत्ता नहीं मिला। कोविड में सेवा दे रही आशा वर्कर को प्रतिदिन 300 रुपए देने की संगठन लंबे समय से मांग कर रहा है। इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
Created On :   23 May 2021 4:42 PM IST