विधानसभा में नाणार पर जारी घमासान, जोरदार हंगामें के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

Assembly postponed for day after Ruckus in house on Nanar Project
विधानसभा में नाणार पर जारी घमासान, जोरदार हंगामें के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
विधानसभा में नाणार पर जारी घमासान, जोरदार हंगामें के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नाणार रिफायनरी परियोजना को लेकर गुरुवार को भी विधानसभा नहीं चल पायी। विपक्ष और शिवसेना आमने सामने आ गए। 4 बार सभा स्थगित करनी पड़ी। हंगामा जारी रहा लिहाजा दिन भर के लिए सभा स्थगित कर दी गई। बुधवार को नाणार परियोजना के प्रस्तावित प्रकल्पग्रस्तों ने मोर्चा निकला था। शिवसेना ने नाणार मामले पर बोलने की अनुमति मांगने के साथ विधानसभा में हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष के आसान के सामने से राजदंड लेकर भागने का प्रयास किया गया। विधायक और चोपदार गिर पड़े थे। लिहाजा विधानसभा स्थगित कर दी गई थी।

हरिभाऊ राठौर ने प्रश्नकाल की अनुमति दी

गुरुवार सुबह 11 बजे सभा आरंभ हुई। विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ राठौर ने प्रश्नकाल की अनुमति दी। लेकिन नेता प्रतिपक्ष विखे पाटील ने स्थगन प्रस्ताव के तहत नाणार मामले पर अपनी बात रखने का निवेदन किया। अनुमति मिलने पर नेता प्रतिपक्ष ने परियोजना के संबंध में सरकार की भूमिका पर प्रश्न उठाए। उसी दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बुधवार को नाणार परियोजना के प्रस्तावित प्रभावितों को जो मोर्चा निकला था, उसमें शामिल होने के लिए शिवसेना नेता भी गए थे, लेकिन नेताओं को वापस लौटा दिया गया। तब शिवसेना सदस्य सुनील प्रभु ने आपत्ति का मुद्दा उठाते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने शिवसेना नेताओं को भगाने संबंधी जो बात कही है वह अपमानजनक है।

वेल में हुआ जमकर नारेबाजी

नेता प्रतिपक्ष ने माफी मांगनी चाहिए। विपक्ष के सदस्यों ने शिवसेना सदस्य का विरोध किया तो हंगामा हुआ। विपक्ष और शिवसेना के सदस्य सभागृह के वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि नाणार परियोजना का समर्थन नहीं किया जा रहा है। लेकिन इस मामले में चर्चा होना चाहिए। शिवसेना केवल नौटंकी कर रही है। हंगामें को देखते हुए 10 मिनट के लिए सभा स्थगित कर दी गई। बाद में 3 बार सभा स्थगित करनी पड़ी। दोपहर 12 बजे प्रश्नकाल के साथ सभा का कामकाज जारी था। इसी दौरान राकांपा सदस्य भास्कर जाधव ने कहा कि शिवसेना ने नाणार मामले में अध्ययन करके बोलना चाहिए। शिवसेना फिर आक्रामक हुई। कांग्रेस सदस्य भी चर्चा की मांग के साथ नारेबाजी करने लगे। तब तालिका सभापति सुधाकर देशमुख ने दिन भर के लिए सभा स्थगित कर दी। 

Created On :   12 July 2018 4:55 PM IST

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