मुंबई में 22 जनवरी को सामाजिक एकता के लिए मूक मार्च निकालेंगे आठवले

Athavale will take out silent march for social unity on January 22
मुंबई में 22 जनवरी को सामाजिक एकता के लिए मूक मार्च निकालेंगे आठवले
मुंबई में 22 जनवरी को सामाजिक एकता के लिए मूक मार्च निकालेंगे आठवले

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुणे के भीमा कोरेगांव हिंसा की घटना के बाद सत्ताधारी और विपक्ष के बीच रैली और मार्च करने की होड़ नजर आ रही है। कांग्रेस-एनसीपी और भाजपा के बाद अब आरपीआई ने भी मार्च निकालने की घोषणा की है। आरपीआई की तरफ से 22 जनवरी को सामाजिक समरसता-मूक रैली निकाली जाएगी। दादर के चैत्यभूमि से सदाकांत ढवण मैदान, नायगांव-भोईवाड़ा तक मूक रैली होगी। इसका नेतृत्व आरपीआई के अध्यक्ष व केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले करेंगे।


आंबेडकरवादी विचारधारा वाली जनता पर हिंसक हमला

आठवले रैली खत्म होने के बाद सभा को संबोधित भी करेंगे। गुरुवार को पार्टी के महासचिव अविनाश महातेकर ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी को भीमा कोरेगांव में आंबेडकरवादी विचारधारा वाली जनता पर हिंसक हमला हुआ था। इस घटना के बाद राज्य में दो जातियों के बीच द्वेष फैलाने की साजिश कुछ जातिवादी शक्तियां जानबूझकर कर रही हैं। लेकिन दो समाज के बीच झगड़ा लगाने वाली शक्तियों का चेहरा उजागर होने लगा है।


समाजिक समरसता बनाए रखने के लिए मूक रैली

महातेकर ने कहा कि प्रगतिशील महाराष्ट्र में जाति-जाति के बीच समाजिक समरसता बनाए रखने के लिए पार्टी की तरफ से मूक रैली निकाली जा रही है। इससे पहले कांग्रेस ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर संविधान बचाओ रैली निकालने की घोषणा की थी। इसके जवाब में सत्ताधारी भाजपा इसी दिन हर जिले में तिरंगा रैली निकालेगी। 


कई जिलों में हुई हिंसक घटनाएं

गौरतलब है कि 1 जनवरी को पुणे के भीमा कोरगांव में दो समाजों के गुटों में घमासान हुआ। इस दौरान तोड़फोड़, पथराव, आगजनी इन घटनाओं को अंजाम दिया गया। इसमें एक युवक की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर शिक्रापुर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। इस घटना के चलते 2 जनवरी को महाराष्ट्र बंद रखा गया था, जिस दौरान कई जिलों में हिंसक घटनाएं हुई। 

Created On :   18 Jan 2018 2:38 PM GMT

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