- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- देश को कर्ज से मुक्ति दिलाने ऐसा...
देश को कर्ज से मुक्ति दिलाने ऐसा जुनून चढ़ा, चेक जमा करने निकल पड़े ‘अतुल’

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश कर्ज में डूबा हुआ है। एक भारतीय होने के नाते देश को कर्ज से मुक्त दिलाने का जुनून चढ़ा, तो लोगों से डॉलर की कीमत के चेक जमा करने निकल पड़े। अपने दिमाग में जो कल्पना आई, उसे दूसरों के साथ साझा किया। लोगों का प्रतिसाद मिलता गया और दो महीने में 500 डॉलर कीमत के चेक इकट्ठे हो गए। चंद दिनों में 1000 डॉलर के चेक प्राप्त हो जाएंगे। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा जाएगा। नागरिकों की देश को कर्ज मुक्त करने की भावना से प्रधानमंत्री को अवगत किया जाएगा। जो नागरिक इस कार्य में सहयोग करना चाहते हैं, उन्हें राशि जमा करने के लिए स्वतंत्र एप या बैंक खाता खुलवाने का आग्रह किया जाएगा। देश को कर्ज मुक्त कराने की मंशा लिए आगे बढ़े शख्स का नाम अतुल सिंह चौहान गिट्टीखदान निवासी है।
परिवार से शुरू किया
अतुल कहते हैं कि भारत पर अरबों डॉलर का विदेशी कर्ज है। कर्ज से मुक्त करने की चर्चाएं होती हैं, लेकिन पहल नहीं होती। देश को कर्ज के दंश से मुक्त करना किसी एक व्यक्ति के बस में नहीं है, लेकिन नागरिकों का सहयोग मिलने पर असंभव भी नहीं है। देश के नागरिकों को इस मिशन से जोड़ने की कल्पना मेरे दिमाग में आई। मैंने करीबी लोगों से अपने विचार साझा किए, तो उन्हें भी कल्पना पसंद आई। उन्होंने इसे अमल में लाने के लिए प्रोत्साहित किया।
सबसे पहले मैंने अपने परिवार से इसकी शुरुआत की। मेरी पत्नी ने 25 डॉलर कीमत का चेक प्रधानमंत्री के नाम मेरे हाथ में थमाया। देश को कुछ देने का अपना भी दायित्व समझने वालों ने 1 डॉलर से 5 डॉलर कीमत के चेक देने शुरू किए। एक डॉलर की कीमत 70 रुपए के चेक से शुरुआत की गई। देखते ही देखते 2 महीने में 500 डॉलर कीमत के चेक जमा हो गए। इस महीने के अंत तक 1000 डॉलर के चेक प्राप्त होने की उम्मीद है। प्राप्त चेक लेकर दिल्ली जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर देश को कर्ज मुक्त करने की कल्पना से उन्हें अवगत कराएंगे।
मुहिम को देशव्यापी बनाने की तमन्ना
देश के सभी नागरिकों को इस मुहिम से जोड़ने के लिए इसे देशव्यापी बनाने की अतुल की इच्छा है। महाराष्ट्र के नागपुर, वर्धा, गोंदिया, भंडारा, पुणे, मुंबई तथा मध्य प्रदेश के मुलताई से चेक भेजकर नागरिकों ने इस मुहिम में योगदान दिया है। इनमें से कुछ नागरिकों ने हर महीने योगदान देने की इच्छा जताई है। इस मुहिम को देशव्यापी बनाने के लिए प्रधानमंत्री से एप बनाने या बैंक खाता खुलवाने का आग्रह किया जाएगा, ताकि देश-विदेश से कोई भी नागरिक रकम जमा कर आसानी से इस मुहिम का हिस्सा बन सके।
जिम्मेदारी की भावना काे बढ़ावा
अतुल कहते हैं कि देश के प्रति नागरिकों में जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रभावना को मजबूती मिलेगी। देश आर्थिक रूप से मजबूत होगा, तो रुपए का अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य बढ़ेगा। देश आर्थिक रूप से समृद्ध होगा, तो विकास को गति मिलेगी।
विदेश में बसे भारतीयों का भी प्रतिसाद
अतुल की पहल को विदेशों में बसे भारतीय मूल के नागरिकों का भी प्रतिसाद मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से संदेश भेजकर इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया। बेल्जियम, मस्कट, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, कतर, सिंगापुर, पोलैंड में रह रहे भारतीयों ने चेक भेजकर भारत को कर्ज मुक्त करने की मुहिम में हाथ बंटाया है।
Created On :   27 Aug 2018 2:10 PM IST