कलमना धान्य बाजार में धंस रहे ऑक्शन हाॅल के ओटे, मानसून से पहले ही खुली प्रशासन की पोल

Auction halls oases are sinking in Kalmana grain market
कलमना धान्य बाजार में धंस रहे ऑक्शन हाॅल के ओटे, मानसून से पहले ही खुली प्रशासन की पोल
नागपुर कलमना धान्य बाजार में धंस रहे ऑक्शन हाॅल के ओटे, मानसून से पहले ही खुली प्रशासन की पोल

डिजिटल डेस्क, नागपुर. कलमना मार्केट स्थित धान्य बाजार के ऑक्शन हॉल के सामने बनाए गए ओटे जमीन में धंसते जा रहे हैं। आढ़तिया गोपाल कलमकर के ऑक्शन हॉल के सामने का ओटा अब तक 5 से 6 इंच धंस चुका है। यही हाल मंडी की अन्य दुकानों का भी है। अनाज का काम होने के कारण यहां चूहों का काफी आतंक है। ऑक्शन  हॉल की छत के पानी को निकालने के लिए छोटे-छोटे चेंबर बनाए गए हैं। इन चेंबरों को चूहों ने अपना घर बना लिया है। जमीन के ऊपर अनाज की बोरियां कुतरने के साथ ही वे जमीन के भीतरी भाग को खोखला कर रहे हैं। करीब चालीस साल पहले बनाए गए इस बाजार में सामने के ओटे खोखले करने के बाद अब चूहे ऑक्शन   हॉल के भीतरी भाग को भी खोखला कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कलमना धान्य बाजार के निर्माण के तीन साल बाद यहां अनाज व्यापारियों ने काम शुरू किया था।

पिछले 5 साल से कलमना मंडी में प्रशासक की नियुक्ति की गई थी। बाजार समिति के रखरखाव और देखभाल की पूरी जिम्मेदारी प्रशासक के जिम्मे सौंप दी गई थी, लेकिन इन 5 वर्षों में प्रशासक ने कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया। हाल ही में चुनाव के बाद कलमना में नई कमेटी का गठन किया गया है। नई कमेटी के बनते ही सभाएं ली गईं, जल्द से जल्द बाजार की समस्याएं सुलझाने के लिए आश्वासन दिए गए, लेकिन जमीनी स्तर पर अब तक कोई विशेष कार्य नहीं दिखाई दे रहा है।

मंडी में छत से उतरने वाले बरसाती पानी की निकासी के लिए चेंबर बनाए गए हैं, लेकिन चेंबर मिट्टी से पटे पड़े हैं। बारिश होने पर पानी चेंबर के ऊपर से बहता है, जिससे शेड के नीचे रखी अनाज की बोरियां भीग जाती हैं। बताया जा रहा है कि कई वर्षों से चेंबर की सफाई नहीं की गई है। चूहों ने इसे अपना घर बना रखा है। 

टेंडर निकलने के बाद ही शुरू होगा काम

प्रकाश नागपुरे, उपसभापति, कृउबास नागपुर के मुताबिक बाजार समिति के गठन के बाद सभी संचालकों की बैठक ली गई थी। बैठक में कलमना मार्केट के अनेक कार्यों को मंजूरी प्रदान की गई थी। कार्यों  की सूची को मंजूरी के लिए पुणे भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकाले जाएंगे। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा। 

Created On :   23 May 2022 6:16 PM IST

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