- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- अधिकारियों को नहीं सूझ रहा सूखा...
अधिकारियों को नहीं सूझ रहा सूखा घोषित गांवों में जलापूर्ति कैसे करें!

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हाल ही में नागपुर दौरे पर आए राजस्व मंत्री चंद्रकांतदादा पाटील ने सूखा घोषित गांवों में टैंकर के बदले पाइप लाइन से जलापूर्ति करने का आदेश दिया है। उनके जाने के बाद से लेकर अभी तक अधिकारियों के समझ में नहीं आ रहा कि पाइप लाइन से जलापूर्ति कैसे करें। उनके पूरे खेमे में माथापच्ची चल रही है। टैंकर से जलापूर्ति में अनियमितता को टालने के लिए राजस्व मंत्री ने पाइप लाइन से जलापूर्ति का विकल्प दिया है।
निकाल रहे अलग-अलग मायने
मंत्री के आदेश के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। जिला परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिस गांव में जलापूर्ति की लाइन बिछाई जा चुकी है, ऐसे गांवों में टैंकर से जलापूर्ति से बचने के आदेश दिए गए हैं। वहीं राजस्व विभाग के अधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि मंत्री ने पाइप लाइन से जलापूर्ति का आदेश दिया, किसी के पल्ले नहीं पड़ा। मंत्री के कहने का अपने-अपने ढंग से अर्थ लगाया जा रहा है। जिस गांव में जलापूर्ति योजना कार्यान्वित है, ऐसे गांवों में टैंकर से जलापूर्ति टाल अपना पीछा छुड़ाया जा सकता है।
नागपुर जिले के 461 गांव सूखा घोषित
नागपुर जिले के काटोल, कलमेश्वर और नरखेड़ तहसील संपूर्ण तथा पांच तहसील के 8 राजस्व मंडलों को सूखा घोषित किया गया है। सूखा घोषित राजस्व मंडलों में नागपुर ग्रामणी तहसील का गोधनी, हिंगना तहसील के आड़ेगांव, टाकलघाट, रामटेक तहसील के देवलापार, उमरेड तहसील के मकारधोकड़ा, हेवंती, पांचगांव और कुही तहसील के मांढल का समावेश है। कुल मिलाकर 461 गांव शामिल हैं।
Created On :   20 Dec 2018 5:16 PM IST