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बैंक से नहीं मिली यूनिफार्म की पूरी राशि, 400 की जगह थमाए 163 रुपए

डिजिटल डेस्क, नागपुर । गरीब और जरूररतमंद बच्चों को शिक्षा की धारा में लाकर उन्हें शिक्षा सुविधा उपलब्ध करवाने के सरकार के प्रयासों पर पानी फिरता दिख रहा है। सरकार की ओर से यूनिफार्म के लिए दी गई रााशि में सेे अाधे से अधिक राशि बैंक ने चार्ज के नाम काट ली जिससे बच्चों के सामने पुन: यूूनिफार्म का संकट आन पड़ा है। उल्लेखनीय है कि
राज्य सरकार ने गरीब विद्यार्थियों की गणवेश की राशि सीधे उनके बैंक अकाउंट में जमा करना शुरू किया है और इसके लिए विद्यार्थी के बैंक अकाउंट में 400 रुपए जमा किए जाते हैं। मगर इस 400 रुपए की राशि में से भी जीएसटी और एसएमएस चार्ज काटे जा रहे हैं। नागपुर जिले में कई विद्यार्थियों के पालकों ने यह शिकायत की है।
शिक्षा सचिव से की शिकायत
एक शिकायत नागपुर जिले से आई है। मौदा तहसील के आजनगांव के जिला परिषद स्कूल के विद्यार्थियों के बैंक खातों में गणवेश के लिए जमा राशि से टैक्स और एसएमएस चार्ज काटा गया है। स्कूल मुख्याध्यापक गजानन वाघमारे ने शिक्षा सचिव नंदकुमार से इसकी शिकायत की है। मुख्याध्यापक के अनुसार, उनके स्कूल के विद्यार्थियों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। गणवेश की राशि के लिए जैसे-तैसे विद्यार्थियों ने 100 रुपए जमा करके बैंक ऑफ बड़ौदा में अकाउंट खुलवाए। शर्त थी कि खाते में मिनिमम बैलेंस 1000 होना चाहिए, लेकिन गरीब विद्यार्थी इतनी बड़ी रकम का प्रबंध नहीं कर सके। मिनिमम बैलेंस न होने के कारण विद्यार्थियों के खाते में गणवेश के लिए जमा किए गए 400 रुपए में से ही बैंक अपने चार्जेस काटने लगा।
मिनिमम बैलेंस के नाम पर बैंक ऑफ बड़ौदा का कारनामा
शिकायत के अनुसार, गणवेश के लिए सरकार ने 400 रुपए जमा किए। लेकिन पिछले पांच माह का उनके बैंक ने 400 रुपए में से जीएसटी और एसएमस चार्ज काटकर सिर्फ 162 रुपए का बैलेंस छोड़ा है। विद्यार्थियों के बैंक पासबुक से इसका खुलासा हुआ है। मुख्याध्यापक ने शिक्षा विभाग से इस मामले में दखल देकर विद्यार्थियों की रकम वापस दिलाने की प्रार्थना की है। इस मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा में फोन से संपर्क करने की कोशिश की गई। मगर समाचार लिखे जाने तक बैंक की ओर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला है।
अब किताबों की भी चिंता
आगामी सत्र से किताबों की राशि भी अकाउंट में ही जमा करने का निर्णय लिया गया है। मगर बैंकों द्वारा की जा रही अनाप-शनाप कटौती से विद्यार्थियों को गणवेश और किताबें कैसे मिलेंगी, यह चिंता व्यक्त की जा रही है।
समाधान किया जाएगा
संबंधित शाखा से करेंगे बात
अगर राशि कटी है तो गलत है। कटनी नहीं चाहिए। इस शिकायत को लेकर संबंधित शाखा से बात कर समाधान किया जाएगा।
- एस.के. राणा, डेप्युटी क्षेत्रीय प्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, नागपुर

Created On :   19 Jan 2018 10:36 AM IST