- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- बावनकुले ने किसानों को सौंपा डिजिटल...
बावनकुले ने किसानों को सौंपा डिजिटल सात-बारा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सात-बारा किसानों का वह दस्तावेज है, जिस पर खेती के अलावा उस पर ली जानेवाली फसल व कर्ज का ब्यौरा होता है। सरकारी योजनाआें का लाभ लेने के लिए किसान के पास अचूक साता-बारा होना जरूरी है। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के हाथों किसानों को सात-बारा दिया गया। श्री बावनकुले ने किसानों को अचूक सात-बारा उपलब्ध कराने को कहा। इसी मौके पर विभागीय आयुक्त अनूप कुमार ने पालकमंत्री की पत्नी ज्योति चंद्रशेखर बावनकुले के नाम का खेती का पहला सात-बारा पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को सौंपा। नागपुर जिले में 1956 गांव हैं आैर 7 लाख 61 हजार सात-बारा की संख्या है।
श्री बावनकुले जिलाधीश कार्यालय के बचत भवन में आयोजित डिजिटल सात-बारा वितरण के अवसर पर बोल रहे थे। विधायक मल्लिकार्जुन रेड्डी, विभागीय आयुक्त अनूप कुमार, जिलाधीश अश्विन मुद्गल, अपर जिलाधीश प्रकाश पाटील, निवासी उपजिलाधीश रवींद्र खजांजी प्रमुखता से उपस्थित थे।
ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा
उन्होंने कहा कि सात-बारा अचूक रहना जरूरी है। इसी पर किसानों को सरकारी योजना का लाभ मिलता है। शासन द्वारा लिए गए फैसलों को बाद 48 हजार सुधार किए गए। राजस्व विभाग की हर नोट (नोंद) डिजिटल पद्धति से हो रही है। ऑनलाइन उपलब्ध कराने पर भी काम हो रहा है। सात-बारा से किसान वंचित न रहें इसका ध्यान रखा जाए। विभागीय आयुक्त अनूप कुमार कहा कि भूमि अभिलेख को कंप्यूटराइज्ड करना यह सरकार का महत्वाकांक्षी व लोकाभिमूख उपक्रम है। कंप्यूटराइज्ड सात-बारा से किसानो ंको काफी राहत मिलेगी। ई-फेरफार (सुधार) को प्राथमिकता दी जा रही है। विभाग में नागपुर जिला इस काम में अव्वल है।
नागपुर विभाग के 7 हजार 361 गांवों में कंप्यूटराइज्ड प्रक्रिया पूरी हो गई है। 31 मई तक विभाग में पूरी तरह डिजिटल सात-बारा उपलब्ध करा दिए जाएंगे। जिलाधीश अश्विन मुद्गल ने भी डिजिटल सात-बारा के संबंध में जानकारी दी। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों व उठाए गए कदमों की जानकारी दी। जिले में 8 हजार 264 व नागपुर विभाग में 60 हजार डिजिटल सात-बारा बनकर तैयार हुए हैं। आभार उपजिलाधीश सुभाष चौधरी ने माना।
Created On :   3 May 2018 8:26 AM GMT