स्वयं रोजगार से प्रेरणा लेकर कोविड के जख्मों को दी मात

Beating the wounds of Covid by taking inspiration from self employment
स्वयं रोजगार से प्रेरणा लेकर कोविड के जख्मों को दी मात
हौसला स्वयं रोजगार से प्रेरणा लेकर कोविड के जख्मों को दी मात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोविड का यातनाकाल गुजर गया, लेकिन उसने दिए जख्म नहीं भरे। जिसकी कमाई पर परिवार का पेट पल रहा था, उसी को कोविड ने छीन लेने से परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा। ऐसे परिवारों का सोबत सेवाभावी संस्था ने पालकत्व स्वीकार करने की जिम्मेदारी उठाई। महिलाओं को स्वयं रोजगार के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया। उन महिलाओं ने स्वयं रोजगार से प्रेरणा लेकर कोविड के जख्मों को मात दी। सोबत की मदद से सक्षम हुई महिलाओं ने शनिवार को अनोखे ढंग से रक्षाबंधन कार्यक्रम मनाया। उत्तर अंबाझरी मार्ग पर प्रोफेसर राजेंद्र सिंह साइंस एक्स्प्लोरेटरी स्थित सोबत के कार्यालय में रक्षाबंधन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

सोबत के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं रोजगार कर रही महिलाओं द्वारा उत्पादित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई। इस आयोजन के माध्यम से उनका आर्थिक सहयोग करने का प्रयास किया गया। प्रदर्शनी को भेंट देने वालों ने वस्तुओं की खरीदी कर उनकी कला को प्रोत्साहित किया। पूर्व महापौर संदीप जोशी ने सोबत पालकत्व प्रकल्प के माध्यम से उनके चेहरे पर हंसी लौटाने की पहल की है। सोबत स्वयंसेवी संस्था ने महिलाओं की क्षमता के आधार पर स्वयं रोजगार के अवसर उपलब्ध कर उन्हें सक्षम करने का प्रयास किया है।

Created On :   22 Aug 2021 4:06 PM IST

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