- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- हत्या से पहले हमलावरों ने की थी...
हत्या से पहले हमलावरों ने की थी कोर्ट की रैकी, फिर दिया था वारदात को अंजाम

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। जिला कोर्ट में सरेआम तीन बदमाशों ने पुलिस के सामने ही पेशी पर आए आरोपी इकलाख कुरैशी की हत्या मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक हत्या का षड्यंत्र काफी समय से रचा जा रहा है। आरोपियों को पता था कि इकलाख को पेशी पर लाया जाएगा। इसलिए आरोपी पिछले कई दिनों से कोर्ट की रैकी कर रहे थे।आरोपियों ने इकलाख की हत्या करने की पूरी प्लानिंग कर रखी थी।
दरअसल जिला कोर्ट में शुक्रवार को पेशी पर लाए गए आरोपी इकलाख की आरोपियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या करने से पहले आरोपियों ने कोर्ट में रैकी की थी। इकलाख को किस तरफ से लाया जाएगा और वो किस ओर से हमला करेंगे इसकी पूरी प्लानिंग आरोपियों ने कर रखी थी। इसी प्लानिंग के तहत आरोपी शुक्रवार सुबह 10 बजे से कोर्ट पहुंच गए थे।पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले आरोपी प्रशांत साहू, आकाश बैस और राजा कहार को पकड़ लिया था। वहीं शिवसेना जिला प्रमुख नरेंद्र पटेल, उसका भाई सुरेंद्र पटेल और रिक्की खंडूजा को भी अपराध दर्ज कर आरोपी बनाया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच पेशी
कोतवाली पुलिस ने कोर्ट में पकड़े गए हत्या के आरोपी प्रशांत साहू, आकाश बैस और राजा कहार को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला कोर्ट में पेश किया। यहां से तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शनिवार शाम आरोपियों को कोर्ट में पेश करने से पहले कोतवाली थाने में जिला अस्पताल से डॉक्टर को बुलाकर डॉक्टरी मुलाहजा कराया था। कोतवाली थाना टीआई सुमेर सिंह जगेत ने बताया कि कोर्ट में हमले के दौरान तीनों आरोपियों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की राइफर लूटने का प्रयास किया गया था। पुलिस की राइफर लूटने के प्रकरण में पुलिसकर्मी के बयान के बाद प्रकरण दर्ज किया जाएगा। वहीं तीन पुलिसकर्मियों को चोटें आई है। मुलायजा रिपोर्ट के आधार पर धाराएं बढ़ाई जाएगी।
कोर्ट में कड़ी सुरक्षा
जिला कोर्ट में हुए हत्याकांड के बाद कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पुलिस, एसएएफ के जवानों की ड्यूटी न्यायालय में लगाई गई है। हथियार बंद पुलिसकर्मी कोर्ट में आने वाले लोगों की मैटल डिटेक्टर से जांच कर रहे हैं। डीजे एलडी बौरासी के निर्देश है कि न्यायालय के सभी आम रास्ते बंद रखे जाएं। एक गेट से वकील और आम लोगों की एंट्री रहेगी। जहां कड़ी पुलिस व्यवस्था रखी जाएगी। इसके अलावा दूसरे गेट से न्यायधीशों की एंट्री रखी जाएगी।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
एसपी गौरव तिवारी के मुताबिक शुक्रवार को कोर्ट परिसर में हुई गोली चलाकर हत्या की वारदात को जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश से मामले की मजिस्ट्रियल का जांच का आग्रह किया गया था। जिस पर उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही 9 जुलाई को कोर्ट सुरक्षा को लेकर एक बैठक भी रखी गई है।
Created On :   6 Aug 2017 12:27 PM IST