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किट लेने राशन दुकान पहुंचे लाभार्थी मायूस होकर लौट रहे, दुकानदारों का जवाब, माल ही नहीं मिला- तो कहां से दें
डिजिटल डेस्क, नागपुर. राज्य की शिंदे सरकार ने दीपावली पर महज 100 रुपए में रवा, शक्कर, चना दाल व तेल देने की घोषणा की, तो लाभार्थियों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गई, लेकिन यह खुशी अब धीरे-धीरे खत्म हो रही है। नागपुर में 3 लाख 85 हजार किलो चना दाल की जरूरत है आैर अब तक केवल 1 लाख 14 हजार किलो ही चना दाल पहुंच सकी है। इसी तरह रवा भी केवल 2 लाख 31 हजार किलो ही पहुंच सका है। चना दाल व रवा सौ फीसदी नहीं पहुंचने से लाभार्थी राशन दुकान से मायूस होकर लौट रहे हैं। किट को लेकर लाभार्थी व राशन दुकानदारों के बीच विवाद की स्थिति भी निर्माण हो रही है। राशन दुकानदारों का कहना है कि, जब सरकार से माल ही नहीं मिला, तो कहां से दें।
राज्य सरकार ने 100 रुपए में एक किलो चना दाल, एक किलो रवा, एक किलो शक्कर व एक लीटर तेल देने का निर्णय लिया है। चार वस्तुआें की यह किट एक थैली में दी जा रही है। थैली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का फोटो है। राज्य सरकार ने इस कीट को "आनंदाचा शिधा’ नाम दिया है। शहर में शक्कर व तेल तो सौ फीसदी पहुंच गया, लेकिन चना दाल 1 लाख 14 हजार किलो (30 फीसदी) व रवा 2 लाख 31 हजार (60 फीसदी) ही पहुंच सका है। शहर में 667 राशन दुकानें है आैर अधिकांश दुकानों में चार सामानों वाली पूरी किट नहीं पहुंच सकी है। सरकार ने महाराष्ट्र राज्य कंज्यूमर फेडरेशन को किट पहुंचाने की जिम्मेदारी दी है।
नियोजन गड़बड़ाया
सुभाष मुसले, अध्यक्ष राशन दुकानदार संघ के मुताबिक सरकार ने लाभार्थियों को 100 रुपए में रवा, चना दाल, शक्कर व तेल देने का जो निर्णय लिया वह स्वागत योग्य है, लेकिन शनिवार रात तक पूरा माल राशन दुकानों तक नहीं पहुंचने से लाभार्थियों को बगैर किट के लौटना पड़ रहा है। सरकार का नियोजन गड़बड़ा गया है। नियोजन में खामी के कारण समय पर लाभार्थियों को किट उपलब्ध नहीं हो रही है।
Created On :   23 Oct 2022 4:16 PM IST