NMC में घोटाला : तीन गुना महंगे दामों में खरीदे वाहनों के कलपुर्जे, RTI में खुलासा

Big scam in the purchase of vehicles parts in Municipal Corporation
NMC में घोटाला : तीन गुना महंगे दामों में खरीदे वाहनों के कलपुर्जे, RTI में खुलासा
NMC में घोटाला : तीन गुना महंगे दामों में खरीदे वाहनों के कलपुर्जे, RTI में खुलासा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा  में कलपुर्जे खरीदी में  करोड़ों रुपए के वारे-न्यारे होने की जानकारी है।  मनपा के कारखाना विभाग में भारी गोलमाल हुआ है।  RTI  अंतर्गत मांगी जानकारी में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। बाजार में जो टायर 14,800 रुपए में मिलता है, उस टायर को कारखाना विभाग ने 35,950 रुपए में कंपनियों से टेंडर मंगाकर खरीदा है। यह एकमात्र मामला नहीं है। बैटरी, इंजन ऑयल फिल्टर, डीजल फिल्टर, साइड विंडो ग्लास आदि खरीदी में यही तरीका अपनाया गया। कारखाना विभाग प्रमुख और यांत्रिकी अभियंता को निलंबित करने की मांग की गई है। 

बाजार में रिडायल टायर की कीमत 18400 है, उसे कंपनियों से 85,456 रुपए में खरीदा गया 

12 वोल्ट की बैटरी बाजार में 5390 रुपए में मिलती है, उसे 18,500 रुपए में खरीदा गया है 

इंजन ऑयल फिल्टर बाजार में 600 रुपए में मिलता है, उसे 5842 रुपए में खरीदा गया है

विस्तृत जानकारी भी मिली: कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक संदीप सहारे ने पिछले दिनों मनपा कारखाना विभाग से खरीदे गए पार्ट्स की कीमत और बाजार कीमत की सूचना के अधिकार अंतर्गत जानकारी मांगी थी। लगभग 40 पन्नों की जानकारी सौंपी गई है। प्रत्येक वस्तु की कीमत और बाजार मूल्य का जिक्र किया गया है। सभी पार्ट्स की कीमत और बाजार मूल्य में करीब तीन गुना का अंतर दिखाई पड़ रहा है। पिछले दो साल में करीब 2 करोड़ 31 लाख 43 हजार 677 रुपए के वाहनों के पार्ट्स कारखाना विभाग ने खरीदे हैं। 

बच सकती थी मनपा की राशि: बताया गया कि मनपा कारखाना िवभाग अंतर्गत शहर में 201 वाहन संचालित होते हैं। वाहन में खराबी आने पर इनकी दुरुस्ती की जाती है, लेकिन दुरुस्ती या मरम्मत के लिए सीधे तौर पर बाजार से पार्ट्स खरीदी नहीं किए जाते हैं। इसके लिए टेंडर (निविदा) आमंत्रित किए जाते हैं। कुल 24 कंपनियों से अलग-अलग पार्ट्स की खरीदी की गई है। वर्ष 2015-16 में 98 लाख 4 हजार 909 रुपए और वर्ष 2016-17 में 1 करोड़ 33 लाख 38 हजार 768 रुपए के पार्ट्स खरीदे गए हैं। सभी पार्ट्स की कीमत में 3 गुना अंतर है। दावा किया गया कि अगर सीधे बाजार मूल्य पर यह पार्ट्स खरीदे जाते तो मनपा को करीब 1 करोड़ रुपए की बचत होती। इस खरीदी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। कारखाना विभाग प्रमुख व यांत्रिकी अभियंता को जिम्मेदार बताते हुए उन्हें निलंबित करने की मांग की गई है। 
 

Created On :   6 Dec 2017 11:29 AM IST

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