- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- नए साल की सबसे बड़ी कार्रवाई, सौंसर...
नए साल की सबसे बड़ी कार्रवाई, सौंसर से लाई जा रही थी रेत, 10 ट्रक जब्त
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सावनेर तहसील से निरंतर चल रही रेत तस्करी की पोल शनिवार को फिर खुली। सावनेर राजस्व विभाग में कार्यरत एक महिला नायब तहसीलदार ने सुबह गश्त के दौरान खापा-पाटणसावंगी मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर रेत से भरे 10 ट्रक पकड़े। सभी ट्रक नागपुर जा रहे थे। अधिकांश ट्रक चालकों के पास वाहन और रेत की रॉयल्टी के दस्तावेज नहीं थे। कुछ वाहन एक ही रॉयल्टी का उपयोग कर दूसरी बार जा रहे थे। सभी ट्रक ओवरलोड थे। चालकों ने बताया कि रेत मध्यप्रदेश के सौंसर से लाई जा रही थी।
6 ट्रक मालिक पहुंचे तहसील कार्यालय : रेत परिवहन को लेकर महिला नायब तहसीलदार ने सभी 10 ट्रकों को जमा किया। इनमें 5 ट्रक खापा पुलिस स्टेशन और 5 ट्रक तहसील सावनेर में जमा किए गए हैं। कार्रवाई सुबह 5 बजे की गई। 10 में से 6 ट्रक मालिक दोपहर 12 बजे तहसील कार्यालय पहुंचे। इन ट्रक मालिकों को नोटिस दिया गया है। प्रत्येक ट्रक पर करीब ढाई लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
फरवरी में नीलामी संभव
फरवरी में रेत घाटों की नीलामी तीन साल के लिए होना तय माना जा रहा है, लेकिन तारीख आगे बढ़ने का भी अंदेशा है, जिसे देखते हुए रेत चोरी बढ़ गई है।
जब्त किए गए ट्रक
पकड़े गए ट्रकों में एम.एच.-40-बी.एल.-7873, एम.एच.-40-बी.जी.-6874, एम.एच.-40-वाई.-2101, एम.एच.-34-ए.बी.-3411, एम.एच.-40-वाई.-4979, एम.एच.-40-बी.एल.-5156, एम.एच.-40-ए.के.-7969, एम.एच.-40-वाई.-8991, एम.एच.-40-वाई.-79 हैं।
शेष ट्रक मालिकों को सोमवार को नोटिस दिया जाएगा। नागपुर जिले के रेत घाटों को रेत उत्खनन की अनुमति नहीं देने से चोरी छिपे रेत चोरी हो रही है। चोरी की रेत नागपुर शहर में वर्जित होने से कुछ ट्रक मालिक सौंसर से रेत रॉयल्टी के साथ ओवरलोड ट्रक लेकर आ रहे हैं। कुछ लोग सौंसर की रॉयल्टी का उपयोग कर सावनेर तहसील क्षेत्र के घाट से रेत चुराकर नागपुर में बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं।
पकड़े गए वाहनों में ज्योंटी पांडे, रूपनारायण, राजू वानखेड़े, राजेन्द्र पौनीकर, अरशद सिद्धीकी की गाड़ी है। इनमें से एक वाहन मालिक ने कार्रवाई को लेकर आपत्ति जताई है। उसने रोष जताते हुए कहा कि रेत की रॉयल्टी है तथा गाड़ी अंडरलोड है। बावजूद गाड़ी की जांच किए बगैर ओवरलोड बताकर गाड़ी को जमा कर रखा है। अब गाड़ी 3 से 5 दिन तक जमा रहेगी, जिससे आर्थिक नुकसान होगा।
Created On :   31 Jan 2021 3:36 PM IST