भाजपा प्रवक्ताओं को नसीहत- तौल मोल कर दें जवाब,जुबान फिसलने न पाए

BJP advises speakers to stay alert when speaking, talk sensibly
भाजपा प्रवक्ताओं को नसीहत- तौल मोल कर दें जवाब,जुबान फिसलने न पाए
भाजपा प्रवक्ताओं को नसीहत- तौल मोल कर दें जवाब,जुबान फिसलने न पाए

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सोशल मीडिया पर केंद्र व राज्य सरकार के बारे में हो रहे प्रचार से परेशान प्रदेश भाजपा अब अपनी सोशल मीडिया टीम को नए तरीके से तैयार कर रही है। मराठा, धनगर व मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा भाजपा को चुभोया जा रहा है। कोरेगांव भीमा प्रकरण को लेकर आंबेडकरवादियों की भावना को उकसाने का कथित प्रयास हो रहा है। साथ ही आंबेडकरवादियाें के आंदोलन को नक्सल आंदोलन का नाम देने का प्रयास किया जा रहा है। इन सभी मामलों को भाजपा के विरोध में हथियार बनाने का प्रयास हो रहा है।

तमाम आरोपों का जवाब देने के लिए प्रदेश भाजपा की सोशल मीडिया टीम कमर कस रही है। व्यापक रणनीति तो तैयार की जा रही है साथ ही प्रवक्ताओं को नसीहत दी गई कि वे बोलने के मामले में विशेष सावधानी बरतें। तौल मोल कर बोलें। विविध मुद्दों पर विरोधियों को जवाब देने के लिए ऐसे लोगों की मदद लें जो समाज के बीच रहकर अच्छा कार्य कर रहे है। लोगों के बीच गहरा प्रभाव रखनेवाले गैरराजनीतिक लोगों को भी विशेष प्राथमिकता के साथ भाजपा के चुनाव तैयारी कार्यक्रमों में शामिल करने की योजना है। मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र उत्तन के रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी सभागृह में दो दिन तक चले प्रशिक्षण कार्य का समापन गुरुवार को हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश भर के 13 पार्टी प्रवक्ताओं के अलावा 60 विशेष प्रतिनिधि शामिल थे।

दुष्प्रचार का जवाब देने की तैयारी पर जोर
प्रमुख पदाधिकारियों में माधव भंडारी, केशव उपाध्याय, श्वेता शालिनी, गणेश हाके व अन्य थे। नागपुर क्षेत्र से चंदन गोस्वामी भी शामिल थे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विरोधियों के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए तैयार रहने का आव्हान करते हुए कहा कि मराठा आरक्षण के मामले को कांग्रेस व विपक्ष के लोग अलग स्वरुप दे रहे हैं। सत्ता में रहते हुए इन दलों ने मराठाओं को आरक्षण नहीं दिया। पृथ्वीराज चव्हाण के नेतृत्व की सरकार के समय राणे कमेटी बनायी गई। अध्यादेश निकाला गया, लेकिन न्यायालय में सरकार हार गई।

लिहाजा अब भाजपा सरकार मराठा आरक्षण दिलाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। मागासवर्गीस आयोग बनाया गया। आयोग ने न्यायालय में शपथपत्र दिया है। जल्द ही आयाेग की रिपोर्ट के आधार पर सरकार न्यायालय में मराठा आरक्षण का पक्ष मजबूती के साथ रखेगी। लिहाजा कांग्रेस व राकांपा मराठाओं को गुमराह करने की मंशा के साथ आंदोलन भड़काने का प्रयास कर रही है।

हकीकत सामने लाना भी जरूरी
अन्य वक्ताओं ने कहा कि भाजपा का सोशल मीडिया नेटवर्क व कैडर बहुत मजबूत है। भाजपा चुनाव तैयारी में काफी आगे निकल चुकी है। भाजपा के पुणे स्थित आईटी वार रुम व मुंबई में मुख्यमंत्री की निगरानी में चल रहे वार रुम के माध्यम से सरकारी योजनाओं का भरपूर प्रचार हो रहा है। कांग्रेस केवल 5 फेक एकाउंट के माध्यम से भाजपा के विरोध में दुष्प्रचार कर रही है। अमेरिका से फेक एकाउंट हैंडल हो रहे हैं। लिहाजा कांग्रेस- राकांपा के प्रचार को जवाब देने के लिए स्थानीय स्तर के मुद्दे प्रमुखता के साथ उठाने होंगे। एक तरह मराठा आरक्षण की मांग की जा रही है वहीं राज्य के सहकार क्षेत्र में मराठाओं का दबदबा है। राकांपा व कांग्रेस के नेताओं के ही सर्वाधिक सहकारी संस्थाएं हैं। इन बातों को सामने लाना होगा। 

Created On :   27 July 2018 2:42 PM IST

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