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मुंबई में भाजपा-शिवसेना का जलवा बरकरार, दल बदलने वाले 22 में 11 हारे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के दूसरे हिस्सों में भले ही भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने अपेक्षित सफलता नहीं पाई है लेकिन मुंबई में युति की झोली में कांग्रेस-राकांपा आघाड़ी के मुकाबले छह गुना सीटें आईं हैं। मुंबई में युति ने कुल 30 सीटों पर सफलता पाई है जबकि कांग्रेस सिर्फ 4 और राकांपा एक ही सीट अपने नाम कर पाई। एक सीट सपा नेता अबू आसिम आजमी के खाते में गई है। वरली सीट से आदित्य ठाकरे भारी मतों से जीत हासिल करने में कामयाब रहे लेकिन शिवसेना को बड़ा झटका बांद्रा पूर्व सीट पर लगा है। यहां मुंबई के महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर को हार का सामना करना पड़ा। उन्हें तृप्ती सावंत की बगावत का खामियाजा भुगतना पड़ा। उद्धव ठाकरे इसी विधानसभा क्षेत्र के मतदाता हैं। चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संयुक्त रैली की थी। युति को इसका फायदा हुआ और दक्षिण मुंबई की भायखला सीट शिवसेना की यामिनी जाधव जीतने में कामयाब रही। पिछले चुनावों में इस पर एमआईएम के वारिस पठान ने जीत हासिल की थी। कोलाबा सीट पर भी भाजपा के राहुल नार्वेकर भाई जगताप को हराने में कामयाब रहे। मनसे अपनी हालत में कोई सुधार नहीं कर सकी और राज ठाकरे के होम पिच माहिम इलाके में भी शिवसेना भगवा लहराने में कामयाब रही। यहां शिवसेना के सदा सरवणकर ने मनसे के संदीप देशपांडे को हराया। मागाठाणे सीट पर भी मनसे की नजर थी लेकिन यहां भी शिवसेना ने शिवसेना के प्रकाश सुर्वे ने मनसे उम्मीदवार नयन कदम को हराने में कामयाब रहे। धारावी से कांग्रेस की वर्षा गायकवाड ने फिर जीत हासिल की जबकि अणुशक्ति नगर से राकांपा के नवाब मलिक उलटफेर करने में कामयाब रहे। ईशान्य मुंबई की सभी सीटें युति के खाते में कईं हैं। वर्सोवा सीट से भाजपा उम्मीदवार भारती लव्हेकर ने पार्टी की बागी राजूल पटेल की चुनौती का सामना सफलतापूर्वक किया।
फायदे में रहे भाजपा में गए उम्मीदवार
देखा जाए तो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ऐन पहले विधायक पद से इस्तीफा दे दल बलकर उम्मीदवारी पाने वाले 22 में से 11 उम्मीदवारों को हार मिली है। इन दलबदलु नेताओं में से आधे उम्मीदवारों को मतदाताओं नहीं स्वीकार किया। हालांकि इस मामले में सबसे अधिक दलबदलुओं को पार्टी में शामिल करने वाली भाजपा फायदेमंद रही है जबकि शिवसेना को नुकसान उठाना पड़ा। विधायकी छोड़कर भाजपा में प्रवेश कर उम्मीदवारी पाने वाले 10 में से 8 प्रत्याशियों को जीत मिली है। जबकि मूल पार्टी छोड़कर शिवसेना में शामिल होकर उम्मीदवारी पाने वाले 8 में से केवल 2 दलबदलु उम्मीदवार चुनाव जीत पाए हैं। वहीं भाजपा छोड़कर कांग्रेस में प्रवेश करने वाले दोनों उम्मीदवारों को हार मिली है। कांग्रेस के विधायक पद से इस्तीफा देकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले 1 उम्मीदवार को जीत मिली है। वहीं भाजपा छोड़कर अपनी पार्टी से चुनाव लड़ने वाले अनिल गोटे को भी हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा के दलबदलुओं की स्थिति
भाजपा से मिली उम्मीदवारी सीट परिणाम मूल पार्टी
1- राधाकृष्ण विखे पाटील शिर्डी जीत कांग्रेस
2- कालीदास कोलंबकर वडाला जीत कांग्रेस
3- राहुल कुल दौंड जीत राष्ट्रीय समाज पक्ष
4- काशीराम पावरा शिरपुर जीत कांग्रेस
5- नितेश राणे कडकवली जीत कांग्रेस
6- जयकुमार गोरे माण जीत कांग्रेस
7-राणा जगजीतसिंह पाटील तुलजापुर जीत राकांपा
8- शिवेंद्रसिंह रोजे भोसले सातारा जीत राकांपा
9- वैभव पिचड़ अकोले हार राकांपा
10- गोपालदास अग्रवाल गोंदिया हार कांग्रेस
शिवसेना में शामिल हुए दलबदलुओं का हाल
नाम सीट परिणाम मूल पार्टी
1- अब्दुल सत्तार सिल्लोड जीत कांग्रेस
2- भास्कर जाधव गुहागर जीत राकांपा
3- भाऊसाहब कांबले श्रीरामपुर हार कांग्रेस
4- जयदत्त क्षीरसागर बीड़ हार राकांपा
5- निर्मला गावित इगतपुरी हार कांग्रेस
6- दिलीप सोपल बार्शी हार राकांपा
7- पांडुरंग वरोरा शहापुर हार राकांपा
8- विलास तरे बोईसर हार बहुजन विकास आघाड़ी
कांग्रेस में शामिल हुए नेता
नाम सीट परिणाम मूल पार्टी
1- आशीष देशमुख नागपुर दक्षिण-पश्चिम हार भाजपा
2- उदेसिंह पाडवी नंदूरबार हार भाजपा
राकांपा वाले
नाम सीट परिणाम मूलपार्टी
भारत भालके पंढरपुर जीत कांग्रेस
अनिल गोटे धुलिया शहर हार भाजपा
Created On :   24 Oct 2019 10:33 PM IST