फिर शुरू हुआ पानी का गोरखधंधा , बीस से तीस रुपए में मिलती है एक केन

Black Marketing : Water bottle is being sold for twenty to thirty rupees
फिर शुरू हुआ पानी का गोरखधंधा , बीस से तीस रुपए में मिलती है एक केन
फिर शुरू हुआ पानी का गोरखधंधा , बीस से तीस रुपए में मिलती है एक केन

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/ परासिया। कोयलांचल में पानी का गोरखधंधा एक बार फिर शुरू हो गया है। शुद्ध पेयजल के नाम पर पूरे कोयलांचल में हजारों केन पानी प्रतिदिन सप्लाई हो रहा है। बीस से तीस रुपए प्रति केन मिलने वाले पानी की गुणवत्ता के संबध में कोई प्रमाण पानी का गोरखधंधा करने वालों के पास नहीं हैं।
परासिया ब्लाक में पेयजल की गंभीर समस्या है। इस समस्या का फायदा उठाते हुए कुछ लोगों ने पानी का गोरखधंधा शुरू कर दिया है। क्षेत्र में चार पानी बेचने वाली कंपनियां सक्रिय है जो लोगो के घरों में दुकानों में और शादी विवाह समारोह में पीने के पानी की केन की सप्लाई कर रहे हैं।  पीने के पानी को बेचने का कोई लायसेंस इन कंपनियोंं के पास नहीं है। इसके बाद भी परासिया से लेकर अंबाड़ा तक लगभग हजारों पानी की केन रोज सप्लाई की जा रही हैं। यह पानी कितना शुद्ध है, इसका  कोई प्रमाण पानी सप्लाई करने वालों के पास नहीं रहता है। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा इस कारोबार की जांच नहीं किए जाने से नगर में पानी का यह करोबार जमकर फलफूल रहा है।
सड़क पर केन रखकर होता है पानी रिफिल
परासिया नगर मेंं पानी की सप्लाई के लिए केन को सड़क पर ही रखकर रिफिल किया जाता है। लगेज आटो में सिनटेक्स की टंकियां रखकर पूरे नगर में घूमती है। जिन दुकानों व घरों में केन की सप्लाई है, वहां जाकर सीधे टंकी से प्लास्टिक की सटक लगाकर पानी रिफिल कर दिया जाता है। केन में रिफलिंग के बाद यह प्लास्टिक की सटक आटो के फर्श पर पड़ी रहती है।
पानी शुद्धता की नहीं होती जांच
नगर में शुद्ध पेयजल के नाम पर बिकने वाले इस पानी की शुद्धता की जांच नहीं होती है। पानी बेचने की अनुमति क्षेत्र में चार प्लांट को है, लेकिन पानी की शुद्धता के मानक पर ही पानी बेचा जा सकता है। पानी पेयजल के रूप में बिक रहा है। लेकिन शुद्धता का मानक क्या है इस बात की जांच नहीं की जा रही है। आम नागरिक यह भी नहीं जानते कि अशुद्धि की शिकायत कहां की जाए।
इनका  कहना है...
खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा समय- समय पर पानी और प्लांट की जांच की जाती है और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी होती है।
-अजय झारिया कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी परासिया

 

Created On :   14 Oct 2017 1:26 PM IST

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