दीक्षा भूमि के पास बने स्कूल में ऐसे बच्चे पढ़ रहे हैं, जो आंखो से देख नहीं सकते, लेकिन उन्होंने जो कर दिखाया है, वो अच्छे अच्छों के बस की बात नहीं है, बहुत ही कम समय में उन्होंने गायन को लेकर तैयारी पूरी कर ली। हालांकि स्कूली शिक्षा में उन्हें संगीत भी सिखाया जाता है। जिससे बच्चों को लगता है कि संगीत ही जीवन है, जिसमें कई रंग छिपे हैं, भले ही उन्हें देखा नहीं जा सकता, लेकिन महसूस किया जा सकता है। बच्चे हारमोनियम के अलावा तबला और दूसरे वाद्य यंत्र भी अच्छे से बजा लेते हैं। इससे उन्हें जीवन के कई रंगों को महसूस करने का मौका मिलता है। पीएम के लिखे इस गीत का मराठी अनुवाद होने के बाद बच्चों ने इसे शिद्दत के साथ पेश किया। इस गीत से देश प्रेम की भावना तो ललायित हो ही रही है, साथ ही इन्हें इस बात का भी ऐहसास हुआ कि वे किसी से कम नहीं हैं।
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दैनिक भास्कर हिंदी: देशभक्ति की अलख जगा रहा है मोदी का लिखा गीत, नागपुर के ब्लाइंड स्टूडेंट्स ने दी आवाज
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी स्थित ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन के स्कूली बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लिखा गीत गाया है। वंदे मातरम की पंक्तियों से सजा यह गीत देश भक्ति पर लिखा गया है। खास बात यह है कि यह गीत गुजराती भाषा में लिखा गया था। जिसका अनुवाद मुंबई में मराठी गीतकार और कवि प्रवीण दवणे ने किया। इसमें बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए मशहूर गायक सुरेश वाडकर ने अपनी आवाज दी है। उनकी तान एल्बम में सुनी जा सकती है। इस गीत का कॉन्सेप्ट डॉक्टर बिन्दू त्रिवेदी ने तैयार दिया है। जिसका वीडियो संपादन संतरा नगरी में हुआ। नीरज नखाते के निर्देशन में इसे फिल्माया गया है।
नीरज के मुताबिक यह कोई कमर्शियल कॉज नहीं, बल्कि बच्चों में देशभक्ति की भावना को मजबूत करने के लिए उठाया गया एक छोटा सा कदम है। शनिवार को 26 जनवरी, यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर बच्चे इस गीत को तिरंगा फहराने के बाद पेश करने जा रहे हैं।


इन बच्चों ने अपनी कमजोरी को हथियार बना लिया है। वे किसी मंजे हुए गायक की तरह ही देशभक्ति के जज्बे से लबरेज आवाज को जनजन तक पहुंचा रहे हैं। तांकि सभी लोगों में दशप्रेम की भावना मजबूत की जा सके। बच्चे अपना गाया हुआ यह गीत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाना चाहते हैं। सोशल मीडिया पर गीत वायरल हो चुका है। देखने वाले बच्चों के इस जज्बे को सलाम कर रहे हैं।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।