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अवैध संबंध का खुलासा न हो जाए इसलिए नवजात का शव फेंक आए
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बच्चों की देखभाल के लिए बहन के घर आई युवती से जीजा का अवैध संबंध हो गया। इसके बाद साली गर्भवती हो गई। उसने मृत बच्चे को जन्म दिया। मोहल्ले में किसी को खबर न लग जाए, इसलिए उस नवजात का शव मिट्टी के ढेर में फेंक आया। साली को इस बाबत कोई जानकारी नहीं दी। वह पुलिस से शिकायत करने पहुंची तो पूरी पोल खुली। गिट्टीखदान पुलिस ने पति-पत्नी व एक अन्य महिला के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। साथ ही, नवजात का शव भी बरामद कर लिया गया है। आरोपी रामकिशन बेनीराम चौधरी (35) उसकी पत्नी लक्ष्मी रामकिशन चौधरी (32) और रामकिशन की बहन सजावती बेनीराम चौधरी (22), तीनों मूलत: मध्य प्रदेश के बालाघाट (वर्तमान में िगट्टीखदान क्षेत्र) निवासी हैं। पीड़िता 21 वर्षीय है, जो लक्ष्मी की छोटी बहन है। कुछ वर्ष पहले रोजी-रोटी की तलाश में रामकिशन नागपुर आया। यहां वह मिट्टी-पत्थर का काम करता है। करीब एक-डेढ़ वर्ष पहले रामकिशन अपनी साली को बच्चों की देखभाल करने के लिए नागपुर अपने घर ले आया था। इसी दौरान रामकिशन की अपनी साली से अवैध संबंध हो गए। इसकी जानकारी लक्ष्मी को भी थी।
हालांकि इन संबंधो को जानकारी रामकिशन की पत्नी अौर परिवार के अन्य सदस्यों को थी। इन संबंधों के चलते पीड़िता को गर्भ ठहर गया। 20 फरवरी की रात को पीड़िता ने एक शिशु को जन्म दिया। शिशु को जन्म देने के बाद पीड़िता बेहोश हो गई थी। होश में आने पर आरोपियों ने उसे बताया कि जन्म लेने के कुछ देर बाद बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों को शिशु का अंतिम संस्कार करना चाहिए था, लेकिन इससे लोगों को भनक लग सकती थी और परिवार की बदनामी का भी डर था, इसलिए तीनों आरोपियों ने शिशु को सुखसागर सोसायटी में पानी की टंकी के पास मिट्टी के ढेर पर फेंक दिया।
पुलिस को गुमराह करने का प्रयास
जब पुलिस पीड़िता और आरोपियों को लेकर मौके पर गई, तब भी आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास िकया। उन्हें परिसर में बहुत घुमाया गया। जब पुलिस ने सख्ती की तो आरोपियों ने सबकुछ उगल दिया।
गला घोंटने की आशंका
इस मामले में आरोपियों द्वारा शिशु के गला घोंटने की अाशंका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा होने पर आरोपियों के खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई होने की बात उप-निरीक्षक सावंत ने कही है।
पीड़िता से छुपाई गई बात
नवजात की बात पीड़िता से छुपाई गई। बार-बार बच्चे के बारे में पूछने पर उसे कोई जवाब नहीं मिल रहा था। आखिरकार वह कुछ लोगों की मदद से शुक्रवार की सुबह थाने पहुंची और उसके साथ हुए वाकये के बारे में पुलिस को बताया। तब पोल खुली। पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
Created On :   22 Feb 2020 5:17 PM IST