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चारों निकायों में अपने अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनवाने दोनों दल लगा रहे जोर
डिजिटल डेस्क,शहडोल। काउंट डाउन शुरू हो चुका है। तीन दिन बाद यानि 8 अगस्त को जिले के चारों नगरीय निकायों धनपुरी, बकहो, खांड़ तथा ब्यौहारी में अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का निर्वाचन होना है। बावजूद इसके पत्ते अभी किसी ने नहीं खोले हैं। दावेदारों के नामों का भी खुलासा किसी दल ने नहीं किया है। अंदर ही अंदर जोर-आजमाइश के बीच भाजपा तथा कांग्रेस अपने दल का अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष बनाने जोर लगा रहे हैं। यह स्थिति जिले के चारों नगरीय निकायों में बनी हुई है। सभी निकायों में 8 अगस्त को नगरीय सरकारों के रहनुमाओं का चयन होना है।
प्रमुख दलों में भाजपा व कांग्रेस ने अभी तक अपने दावेदारों के पत्ते नहीं खोले हैं। बकहो को छोड़ कहीं भी किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं है, लिहाजा रस्साकशी और मान-मनोव्वल के बीच सेंधमारी की कोशिशें जारी हैं। बकहो जहां 9 सदस्यों के साथ भाजपा को पूर्ण बहुमत है, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर एक राय नहीं हो पा रही है। इन दोनों पदों को लेकर यहां मची अंतर्कलह के बीच अवसर खोज रही कांग्रेस ने सेंधमारी की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। कांग्रेस का यहां केवल एक ही सदस्य जीता है। जानकारों के अनुसार कांग्रेस यहां भाजपा को उलझा कर धनपुरी के साथ खांड तथा ब्यौहारी में अपने लिए रास्ता बनाना चाह रही है।
आरक्षण वर्ग बदलने की कोशिशों के बीच बगावत की आशंका
बकहो में द्वंद्व इसलिए ज्यादा मचा है क्योंकि पूर्ण बहुमत से उत्साहित भाजपा के रणनीतिकार यहां अपनी पसंद का अध्यक्ष बेठाने आरक्षण वर्ग में बदलाव की कोशिशों में लगे हैं। यहां अध्यक्ष पद अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित है। परिषद में महिलाओं की संख्या 8 है, इनमें 3 सामान्य वर्ग की हैं। आरक्षण के हिसाब से इन्हीं में से किसी एक को अध्यक्ष बनना है। सूत्रों के अनुसार करीब पंद्रह महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा यहां सामान्य के बजाय किसी दूसरे वर्ग की महिला को अध्यक्ष बनाने की जुगत में है। यदि अन्य वर्ग से भाजपा अध्यक्ष बनाती है तो यहां बगावत तय है। सामान्य वर्ग की 3 महिला सदस्यों के साथ एक-दो और सदस्यों द्वारा क्रॉस वोटिंग करने या फिर ऐन वक्त पर पाला बदल लेने की संभावनाओं से भी सूत्र इंकार नहीं करते हैं। ऐसे ही किसी अवसर की तलाश में बैठी कांग्रेस ने यहां सेंधमारी की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि भले ही उसका एक सदस्य जीता है लेकिन वह 5 निर्दलियों सहित भाजपा के खफा पार्षदों का समर्थन ले अपना अध्यक्ष बनवा लेगी।
धनपुरी, खांड व ब्यौहारी में भी नहीं बन पा रही बात
धनपुरी नगर पालिका में 13 सदस्यों के साथ कांग्रेस भाजपा से आगे जरूर है लेकिन यहां अपना अध्यक्ष बना ले जाने के भाजपा भी दावे कर रही है। दरअसल बकहो जैसी स्थिति यहां कांग्रेस के साथ है। कांग्रेस संगठन द्वारा अध्यक्ष पद के लिए जो नाम आगे बढाया गया है उस पर सभी सदस्य एकमत नहीं हैं। बहुमत के लिए 15 के जादुई आंकड़े को पाना भी कांग्रेस के लिए अब आसान नहीं रह गया है क्योंकि भाजपा का "ऑपरेशन लोटसÓ बहुत आगे बढ़ चुका है। निर्दलीयों को साधने की भाजपा की कोशिशें चुनाव परिणाम आने के साथ शुरू हो चुकी थीं। ब्यौहारी में भाजपा के अधिक सदस्य हैं लेकिन दो वहां भी दो नामों पर सहमति नहीं बन पा रही है। खांड़ में भी भाजपा की ओर से तीन-तीन दावेदार सामने आ गए हैं। कांग्रेस यहां दो दावेदारों के बीच सामंजस्य नहीं बैठा पाई है।
आरक्षण वर्ग परिवर्तन की यूं ही नहीं है चर्चा
निकाय अध्यक्ष पद के लिए आरक्षित वर्ग में बदलाव की चर्चा यूं ही नहीं हो रही है। भाजपा के जिला अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह कहते हैं कि बकहो या अन्य सभी जगह योग्य उम्मीदवार के नाम का ही चयन किया जाएगा और वह किसी भी वर्ग का हो सकता है। भाजपा की ही परिषद बनने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा में बगावत की परंपरा नहीं है। नामों की घोषणा 6 या 7 अगस्त को हो सकती है।
दावेदारों के नाम तक नहीं किए जा रहे उजागर
बगावत की आशंका में दोनों ही दलों ने अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष पद के लिए किसी एक नाम तो क्या दावेदारों तक के नाम उजागर नहीं किए हैं। सूत्रों के अनुसार सामने वाला दल अवसर का लाभ न उठा ले जाए दोनों ही दल अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के निर्वाचन सम्मेलन के एक या दो दिन पहले ही नाम घोषित करने के मूड में हैं। भाजपा द्वारा सभी स्थानों पर राय शुमारी कराई जा रही है। गुरूवार को खांड में सदस्यों व पार्टी के लोगों की राय लेनी थी, लेकिन पर्यवेक्षक नहीं पहुंचे। इधर कांग्रेेस भी अपने पर्यवेक्षक भेज कर एका बनाने में जुटी हुई है।
कांग्रेस का पूरा फोकस बकहो पर
कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुभाष गुप्ता धनपुरी तथा खांड़ में पार्टी की परिषद बनने को लेकर आश्वस्त हैं। वे कहते हैं कि फिलहाल पूरा फोकस बकहो पर है। यहां कई सदस्य हमारे संपर्क में हैं। धनपुरी, खांड व ब्योहारी में नामों पर सहमति बन चुकी है। नामों की घोषणा निर्वाचन के 48 घंटे पहले होगी।
Created On :   5 Aug 2022 3:01 PM IST