तालिबान का विरोध जरूरी समर्थकों का बहिष्कार करें

Boycott essential supporters of Taliban
तालिबान का विरोध जरूरी समर्थकों का बहिष्कार करें
नागपुर तालिबान का विरोध जरूरी समर्थकों का बहिष्कार करें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तालिबान मामले को लेकर राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। तालिबान के विरोध में देश भर में प्रदर्शन व तालिबान समर्थक नेताओं का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे को लेकर देश की  राजनीति में भी हलचल है। कई बयान सामने आ रहे हैं। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार से जुड़ा है। मुस्लिम मंच के अनुसार तालिबान ने सत्ता पाने के लिए मानवाधिकार पर आघात किया है। निरपराध नागरिक, महिला, बच्चों व बुजुर्गों को प्रताड़ित किया है। तालिबानी मानसिकता, मुस्लिमों को प्रताड़ित करने वाली है। इसके निषेधार्थ मंच ने देश भर में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। भारतीय मुसलमान इस्लाम, रसूल, कुरान व हदीस पर विश्वास रखता है। सभी की सुरक्षा, प्रेम, बंधुभाव व महिलाओं का सम्मान करने वाला धर्म है। रसूल में उल्लेख है कि मां के कदमों में स्वर्ग है, फिर भी तालिबानियों की ओर से महिलाओं व बच्चों पर अत्याचार किया जा रहा है। इस्लाम के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है। 

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना सज्जाद नोमानी, मुनव्वर राणा, समाजवादी पार्टी के शाफिकर रहमान बर्क, असुद्दीन ओवैसी ने तालिबानी कृत्य का समर्थन किया है। देश के स्वतंत्रता आंदोलन की तुलना की है। एेसे नेताओं का निषेध नहीं, बहिष्कार करने की आवश्यकता है। अफगानिस्तान को दी जानेवाली विकास निधि को रोकने व तालिबानी शासन को मंजूर नहीं करने संबंधी केंद्र सरकार के निर्णय का मुस्लिम मंच ने स्वागत किया है। मंच के पदाधिकारियों में मोहम्मद अफझल, डॉ. शाहिद अख्तर, अबूबकर नकवी, एस. के. मुद्दीन, इस्लाम अब्बास, इरफान अली, डॉ. माजिद अली तलिकोती, रेशमा हुसैन, गिरीश जुयाल, विराग पाचपोर, स्वामी मुरारी दास, बिलालूर रहमान, डॉ. इमरान चौधरी, खुर्शीद राजका, डॉ. महताब आलम शामिल हैं।

Created On :   22 Aug 2021 4:11 PM IST

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