इंडियन ऑयल कंपनी का चीफ मैनेजर और सेल्स ऑफिसर रिमांड पर

Bribery - Chief Manager and Sales Officer of Indian Oil Company on remand
इंडियन ऑयल कंपनी का चीफ मैनेजर और सेल्स ऑफिसर रिमांड पर
घूसकांड इंडियन ऑयल कंपनी का चीफ मैनेजर और सेल्स ऑफिसर रिमांड पर

डिजिटल डेस्क, नागपुर. विशेष अदालत ने इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के चीफ मैनेजर मनीष नांदले को 3 दिन व सेल्स ऑफिसर सुनील गोलर को 2 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है। आरोपी महाप्रबंधक अभी भी सीबीआई की गिरफ्त से बाहर है। बता दें कि, सीबीआई ने आईओसीएल  के मनीष नांदले को नागपुर में और  सुनील गोलर को गोंदिया में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। दोनों ने अलग-अलग पेट्रोल पंप के मालिक से एक-एक लाख रुपए की रिश्वत ली थी। पंप की ऑनरशिप ट्रांसफर करने के लिए दस्तावेज नागपुर स्थित आईआेसीएल कार्यालय में पहुंचे थे। इस मामले को आईआेसीएल के जनरल मैनेजर एन.पी. रोडगे देख रहे थे। जनरल मैनेजर के कहने पर चीफ मैनेजर मनीष नांदले ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।  सीबीआई ने चीफ मैनेजर को रिश्वत लेते पकड़ लिया था। इस मामले में आरोपी महाप्रबंधक (जीएम) एन.पी. रोडगे अभी भी फरार है। 

कल खोले जाएंगे लॉकर

आरोपी रोडगे के त्रिमूर्ति नगर स्थित मकान की तलाशी लेने पर तीन बैंक लॉकरों का पता चला है। यह लॉकर सोमवार को खोले जाएंगे।  तीन फ्लैट के भी दस्तावेज मिलने की खबर है। आरोपी रोडगे अग्रिम जमानत के लिए वकीलों से संपर्क में होने की  खबर है। आरोपी रोडगे को  अग्रिम जमानत न मिले, इसके लिए सीबीआई ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। 

आरोपी चीफ मैनेजर मनीष नांदले व सेल्स ऑफिसर सुनील गोलर से सीबीआई कड़ाई से पूछताछ कर रही है। रिश्वत मामले में आैर कौन-कौन अधिकारी शामिल हो सकते हैं, इस दिशा में जांच कार्य हो रहा है। अभी तक की जांच में दोनों आरोपियों ने अन्य अधिकारियों के बारे में मुंह नहीं खोलने की खबर है। आरोपी नांदले व गोलर की संपत्ति से संबंधित दस्तावेज भी मिलने की खबर है। सीबीआई नागपुर के वरिष्ठ अधीक्षक एम.एस. खान के मार्गदर्शन में जांच जारी है।

सीबीआई ने 24 मार्च की शाम को आईओसीएल के दो वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद से कंपनी के गोंिदया व नागपुर कार्यालय में सन्नाटा छाया हुआ है। अधिकारी डरे-सहमे हैं। सीबीआई कब किस पर हाथ डाल देगी, यह डर इन्हें सता रहा है। आईआेसीएल के अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेने की खबर सीबीआई के पास थी, लेकिन पुख्ता सबूत व शिकायतकर्ता सामने नहीं आने से सीबीआई हाथ डालने से कतरा रही थी। गोंिदया से दो शिकायतकर्ता सामने आने के बाद सीबीआई ने आईआेसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों को बेनकाब कर दिया। सीजीएसटी के सहआयुक्त मुकुल पाटील को घूसकांड में गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई की चंद दिनों में ही यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। 

Created On :   27 March 2022 7:02 PM IST

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