शराब माफिया के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, दो दर्जन से अधिक मामले हैं दर्ज

Bulldozers run on illegal manufacturing of liquor mafia, more than two dozen cases registered
शराब माफिया के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, दो दर्जन से अधिक मामले हैं दर्ज
शराब माफिया के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, दो दर्जन से अधिक मामले हैं दर्ज


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। प्रदेश सरकार की माफिया मुहिम के तहत बुधवार को तीन विभागों के संयुक्त दल ने पातालेश्वर क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की। शराब, सट्टा और जुआ के नामजद आरोपी पवन माहोरे के अवैध निर्माण को बुलडोजर से तोड़ा गया। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक अलग-अलग प्रकरणों में आरोपी के खिलाफ 18 आपराधिक और 15 प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के प्रकरण दर्ज हैं।
शराब माफिया पर कार्रवाई के पहले राजस्व, पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम  बुधवार सुबह से ही पुलिस कंट्रोल रूम में एकत्र होना शुरु हो गई थी। अधिकारियों के मुताबिक माफिया पवन माहोरे द्वारा पातालेश्वर धाम स्थित जमीन पर 1800 स्क्वेयर फिट मकान का निर्माण किया गया था, लेकिन नगर निगम से सिर्फ 800 स्क्वेयर फिट निर्माण की अनुमति ली गई थी। 1 हजार स्क्वेयर फिट एरिया में अवैध निर्माण किया गया था। बुधवार सुबह दल बल के साथ पहुंची प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने सबसे पहले नगर निगम के माध्यम से आरोपी का सामान बाहर निकलवाया। उसके बाद दोपहर करीब 12 बजे से अवैध निर्माण के एरिया को तोडऩे की कार्रवाई की गई। दोपहर तक  अवैध बिल्डिंग को पूरी तरह जमींदोज कर दिया गया।
देर रात दी खबर, सुबह अलर्ट रहने के निर्देश
बुधवार को हुई कार्रवाई की प्रक्रिया प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मंगलवार रात से ही शुरु हो गई थी। राजस्व, पुलिस और नगर निगम के चुनिंदा कर्मचारियों को देर रात खबर दी गई कि वे सुबह 8 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में एकत्र हो जाए। इसके पहले किसी को जानकारी नहीं थी कि कार्रवाई कहां होनी है। सुबह तक सस्पेंस बना हुआ था। करीब 10 बजे तीनों विभागों की टीम को पातालेश्वर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
तीन तरफ से सड़क मार्ग रोक की कार्रवाई
सुबह से ही प्रशासनिक और पुलिस का अमला पातालेश्वर क्षेत्र के आसपास मुस्तैद हो गया था। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की हरी झंडी देने के बाद माफिया पवन माहोरे के घर की तरफ जाने वाले मार्गोंं को सील कर दिया गया। यहां आम लोगों की आवाजाही रोक दी गई थी। उसके बाद निगम की टीम ने डेढ़ घंटे में पूरा सामान आरोपी के घर से बाहर निकाल दिया।
और भी नाम सूची में शामिल
एंटी माफिया मुहिम के तहत प्रशासन की सूची में शहर के चुनिंदा लोगों के नाम शामिल है। इनके खिलाफ भी प्रशासन की बड़ी कार्रवाई कभी भी की जा सकती है। 5 जनवरी को मुख्यमंत्री की एंटी माफिया मुहिम के तहत होने वाली समीक्षा के पहले शहर के अन्य माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई प्रशासन कर सकता है।
इन प्रकरणों में आरोपी है पवन माहोरे
- पुलिस के मुताबिक जुआ और शराब के दर्जनों प्रकरण माफिया के विरुद्ध पहले दर्ज किए जा चुके हैं। 18 आपराधिक और 15 प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के मामले दर्ज है।
- अवैध कॉलोनियों की बिक्री के भी प्रकरण आरोपी के विरुद्ध नगर निगम में पेंडिंग बताए जा रहे हैं। जिस पर कार्रवाई नगर निगम के माध्यम से की जा रही थी।
- बिना परमिशन अवैध निर्माण किया गया था। जिसको लेकर पहले भी निगम ने नोटिस जारी किए थे। इसके अलावा विवादित जमीन से जुड़े मामलों में भी नाम चल रहा था।
पहले हो चुकी दो कार्रवाई
पहली कार्रवाई:- 18 दिसंबर को परासिया में प्रशासनिक अधिकारियों ने गुरुद्वारा के पास स्थित एलके टावर को ढहाया था। चांदामेटा निवासी लवकुश अग्रवाल द्वारा 1008 वर्गफिट जमीन पर अवैध निर्माण किया गया था। आरोपी पर सट्टा के 22 प्रकरण दर्ज थे।
दूसरी कार्रवाई-  25 दिसंबर को दूसरी कार्रवाई खिरसाडोह में रेलवे की जमीन पर कब्जा करने वाले रविंद्र उर्फ अन्ना के खिलाफ की गई। माफिया द्वारा उत्तर की ओर 300 वर्गफिट और दक्षिण में 1350 वर्गफिट में कब्जा किया गया। माफिया के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई भी प्रस्तावित थी।

Created On :   30 Dec 2020 11:02 PM IST

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