सब ठीक रहा तो तय समय-सीमा में पूरा होगा बुलेट ट्रेन का काम

Bullet train work will be completed in due time, Railway Board expressed confidence
सब ठीक रहा तो तय समय-सीमा में पूरा होगा बुलेट ट्रेन का काम
सब ठीक रहा तो तय समय-सीमा में पूरा होगा बुलेट ट्रेन का काम

डिजिटल डेस्क, मुंबई। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने भरोसा जताया है कि राजनीतिक विरोध के बावजूद बुलेट ट्रेन अपनी तय समय सीमा यानी दिसंबर 2023 तक पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि रेलवे की मौजूदा व्यवस्था में सुधार और बुलेट ट्रेन अलग-अलग चीजें हैं इनकी तुलना नहीं की जा सकती। बुलेट ट्रेन रेलवे में नया आयाम जोड़ेगी। सोमवार को मुंबई में रेल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में लोहानी ने कहा कि हमें बुलेट ट्रेन जैसी तकनीक की जरूरत है, जिसके जरिए हम हवाई जहाज से पहले लोगों को एक शहर से दूसरे शहर पहुंचा सकें। इससे रेलवे के आधुनिकीकरण पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन कुछ सेक्शन में 2022 तक जबकि पूर्ण रूप से दिसंबर 2023 तक शुरू हो जाएगी।

ट्रेनों की गति बढ़ाने का हो रहा प्रयास 
उन्होंने बताया कि रेलवे अपनी मौजूदा ट्रेनों की गति भी बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। ज्यादातर यात्री ट्रेनें 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल सकती हैं लेकिन उनकी औसत रफ्तार 50 किलोमीटर प्रतिघंटा ही है। अगले कुछ सालों में बिना फाटक वाले रेलवे क्रासिंग बंद करने, रेलवे पटरियों के दोनों तरफ चहरदीवारी बनाने जैसे कदमों के जरिए रफ्तार 50 फीसदी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। मौजूदा समय में मालगाड़ी की औसत रफ्तार 22 किलोमीटर प्रतिघंटा है हमारी कोशिश इसे बढ़ाकर दोगुनी करने की है। लोहानी ने माना कि रेलवे कर्मचारियों की कमी से जूझ रही है और आने वाले समय में बड़े पैमाने पर भर्तियां की जाएंगी। परियोजनाओं की मंजूरी में होने वाली देरी भी कम करने पर गंभीरता से विचार हो रहा है।

स्टेशन पर फोन चार्ज करने की सुविधा
मुंबई में यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर मोबाइल फोन चार्ज करने की सुविधा मिलेगी। लोहानी ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस परिसर में मोबाइल चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया। यहां 12 मोबाइल सीधे और आठ यूएसबी चार्जिंग पॉइंट के जरिए चार्ज किए जा सकते हैं। सीएसटीएम में सात, दादर  में चार और लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्टेशन पर पांच मोबाइल चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। रेलवे ने सेल्फ टिकटिंग जोन भी बनाए हैं जिससे यात्री कोटीवीएम, एटीवीएम और क्यूआर कोड के जरिए खुद टिकट खरीद सकेंगे। रेलवे ने घर से भागे बच्चों को परिवार से मिलाने के लिए 24 घंटे चलने वाले हेल्पलाइन नंबर 1098 की भी शुरुआत की है। 
 

Created On :   18 Jun 2018 2:30 PM GMT

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