मंडी में गेहूं की बम्पर आवक, बोली लगाने नहीं पहुंचे कर्मचारी, हुआ हंगामा

Bumper incoming of wheat in mandi, rucks due to Employees Ignorance
मंडी में गेहूं की बम्पर आवक, बोली लगाने नहीं पहुंचे कर्मचारी, हुआ हंगामा
मंडी में गेहूं की बम्पर आवक, बोली लगाने नहीं पहुंचे कर्मचारी, हुआ हंगामा

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कृषि उपज मंडी में गेहूं की बम्पर आवक आ रही है लेकिन मंडी में इसके बेचने के लिए कोई व्यवस्था नही होने के कारण किसानों को परेशानी हो रही है। ऐसा ही कुछ बुधवार को भी हुआ नियमानुसार सुबह दस बजे से कृषि उपज मंडी प्रांगण में बोली लगना शुरू हो जाना चाहिए था लेकिन यहां पर समय पर कर्मचारियों के नहीं पहुंचने के कारण तकरीबन दो घंटे तक बोली नहीं लग पाई। यहां पर तेज धूप और कड़ी मेहनत के बाद अपनी उपज बेचने आए किसानों को घंटों इंतजार करना पड़ा जिसके कारण किसानों ने इस पर विरोध दर्ज कराया। तकरीबन ढाई घंटे के बाद हंगामा होने के बाद दोपहर साढ़े बारह बजे के बाद बोली शुरु हो पाई। मंडी कर्मचारियों के अनुसार बुधवार को गेहूं 13 हजार क्विंटल और मक्का 2500 क्विंटल की आवक रही जो सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा थी। 

चाहिए 12 कर्मचारी पहुंचे सिर्फ सात 
कृषि उपज मंडी प्रांगण में गेहूं, दलहनी और मक्का तीन प्रकार की अलग-अलग जगहों पर खरीदी होती है। एक स्थान के लिए न्यूनतम चार कर्मचारियों की आवश्यक्ता होती है जिसमें एक बोली लगाने, एक अनुबंध और दो दस्तावेजों के लिए होते है। बुधवार को कुल सात कर्मचारी ही मंडी पहुंचे थे जिसके कारण गेहूं की बम्पर आवक आने के कारण बोली लगना शुरू नहीं हो पाई थी। 

शेड में व्यापारियों का माल, खुले में किसान का अनाज 
बम्पर आवक होने के कारण किसानों का माल खुले में पड़ा था जबकि शेष किसान जो माल लेकर आए थे उनके पास जगह नहीं होने के कारण गाड़ी से माल नहीं उतार पाए थे। नियमानुसार बोली लगने के बाद 24 घंटे के भीतर शेड खाली हो जाना चाहिए।  

देर शाम तक चलती रही खरीदी  
देर शाम तक कृषि उपज मंडी प्रांगण में खरीदी बिक्री को लेकर भीड़ रही दूर-दराज से आए किसानों को मंडी में परेशानी हुई। वहीं यहां पर एक बार फिर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग खासे परेशान रहे जबकि कई किसानों को रात भर अपने अनाज बिक्री के लिए इंतजार करना पड़ा। 

Created On :   3 May 2018 8:03 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story