सुपारी देकर व्यापारी की हत्या, कार से बाहर निकलते ही किया घातक वार

Businessman killed, fatal attack as soon as he got out of car
सुपारी देकर व्यापारी की हत्या, कार से बाहर निकलते ही किया घातक वार
सुपारी देकर व्यापारी की हत्या, कार से बाहर निकलते ही किया घातक वार

डिजिटल डेस्क,नागपुर। कूलर कारोबारी ऋषि खोसला की कामठी रोड स्थित 10 नंबर पुलिया के पास ही हत्या करने की योजना आरोपियों ने बनाई थी, लेकिन कार को ऑटो से टक्कर मारने के बाद भीड़ जमा होने पर आरोपियों ने इरादा बदल दिया था। बबन कलमकर ने फरसा बाहर निकाल लिया था, लेकिन कुणाल हेमणे के मना करने पर उसने अंदर रख दिया।  ऋषि वहां से कार लेकर आगे बढ़ गया। गोंडवाना चौक के पास पहुंचकर वह कार से नीचे उतरा और मोबाइल निकाल ही रहा था कि पीछा कर रहे आरोपियों में से बबन ने उसकी गर्दन पर पलक झपकते ही वार कर दिया। बाकी काम उसके साथियों ने किया। ऋषि के हाथ से उसका मोबाइल फोन छूटकर 10 फीट दूर जा गिरा। हत्या करने के बाद आरोपियों ने उसकी कार को होटल एलबी के पास छोड़ दिया और बबन के ऑटो से निकल गए। आरोपी राहुल उर्फ बबन कलमकर, कुणाल उर्फ चायना हेमणे, आरिफ इनायत खान और अजीज अहमद उर्फ पांग्या अनीस अहमद ऋषि को मौत की नींद सुलाने के बाद गिरीश के घर पहुंचे। गिरीश को काम हो जाने की खबर दी। तब गिरीश ने कहा कि अब तुम वापस चले जाओ, दोबारा मत मिलना। 

दूसरे को देने वाला था सुपारी 

चर्चा है कि 17 अगस्त को मिक्की के घर पर गिरीश आया था। उस समय मिक्की ने उसे जमकर गालियां दी थी और कहा था किि तुमसे यह काम नहीं होता है तो सुपारी दूसरे को दे देगा। तब गिरीश ने अपनी गैंग के सबसे करीबी और भरोसेमंद साथी बबन को जाकर बताया कि मिक्की सुपारी किसी और को देने जा रहा है। गिरीश और बबन ने मिलकर योजना तैयार कर ली। उसके बाद ऋषि की हर गतिविधियों पर नजर रखी जाने लगी। मिक्की उन्हें बता चुका था कि ऋषि उसकी पत्नी से मिलने उसके काश्मीरी गली वाले फ्लैट में आता जाता है।  गिरीश और बबन किसी भी कीमत पर ऋषि की हत्या करने के लिए दिन में रोजाना दो से तीन बार मुलाकात किया करते थे। 

आरोपियों को लगा था मधु भी कार में होगी

सूत्रों के अनुसार, आरोपियों को लगा था कि मधु भी कार में ऋषि के साथ होगी। ऋषि खोसला और मधु बक्षी के अनैतिक संबंध की जानकारी मिक्की को तीन साल पहले लग गई थी। मधु ने न्यायालय में तलाक के लिए अर्जी भी दे रखी थी। मिक्की, मधु को हर माह 50 हजार रुपए गुजारा भत्ता देने को तैयार था। चर्चा है कि वह एक लाख की मांग कर रही थी। इस बात पर कई बार दोनों में विवाद हुआ था। सूत्र बताते हैं िक उसने दोनों की सुपारी दे रखी थी। इसके लिए गिरीश दासरवार से संपर्क किया। गिरीश ने राहुल को ऋषि को ले जाकर दिखाया था, तभी से ही राहुल उसका रेकी कर रहा था। राहुल को यह भी बताया गया था कि मधु हमेशा उसके साथ रहती है। 

मधु भी निकली थी आत्महत्या करने  

इधर, सूत्र बताते हैं कि मधु को पता चल चुका था कि ऋषि की हत्या हो चुकी है और उसकी हत्या में उसके पति मिक्की बक्षी तथा भाई सुनील भाटिया का हाथ है। उसने पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय को इन दोनों के बारे में बताते हुए कहा था कि ऋषि की हत्या कर दी गई है। इस प्रकरण में मिक्की को पुलिस ने नहीं पकड़ा तो वह फुटाला तालाब में आत्महत्या कर लेगी। वह फुटाला तालाब परिसर पहुंच भी चुकी थी। पुलिस आयुक्त के आदेश पर पुलिस का एक दल फुटाला तालाब परिसर पहुंचा। पुलिस उपायुक्त विनीता साहू को भी यह जानकारी मिली, तब उन्होंने अपनी सूझ-बुझ से मधु को शांत कराया। अब चर्चा यह भी है कि मधु अपने भाई व क्रिकेट बुकी सुनील भाटिया के प्रति नरम हो गई है। उसका कहना है कि उसके भाई ने उसकी जिंदगी के लिए बहुत कुछ किया है। 
 

Created On :   26 Aug 2019 6:16 AM GMT

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